10 साल से विपक्ष में होते हुए भी कांग्रेस आजतक अपने कामों के नाम पर वोट मांग रही है। जबकि 10 साल से सत्ता में होते हुए भी बीजेपी के पास गिनवाने लायक एक भी काम नहीं है।
इसीलिए बीजेपी अपने कामों का हिसाब देने से भाग रही है और उल्टा कांग्रेस से जवाब मांग रही है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसी हास्यास्पद राजनीति हुई है कि सरकार में बैठी पार्टी, विपक्षी दल से हिसाब मांग रही हो। ये कहना है कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा का।
अशोक अरोड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए और विपक्ष में होते हुए भी हमेशा अपने कामों का हिसाब दिया है। क्योंकि हमारी सरकार ने हरेक क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में बात करें तो कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश में एक नया स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, 6 नए मेडिकल कॉलेज (करनाल, मेवात, खानपुर, महेंद्रगढ़, भिवानी, फरीदाबाद), एम्स-2 और बाढ़सा में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट बनवाया।
साथ ही एम्स-2 में 10 राष्ट्रीय सुपर स्पेशियलिटी संस्थान मंजूर करवाए। साथ ही कांग्रेस ने 641 नए ग्रामीण अस्पताल बनवाए सीपीसी व पीएचसी बनवाए। उस समय एमबीबीएस की फीस महज 40 हजार रुपये हुआ करती थी। लेकिन बीजेपी ने प्रदेश में एक भी मेडिकल कॉलेज या विश्वविद्यालय नहीं बनवाया।
मंजुरशुदा एम्स मनेठी का काम तक इस सरकार द्वारा शुरू नहीं करवाया गया। एम्स-2 के साथ मंजुरशुदा सभी सुपर स्पेशियलिटी संस्थानों को इस सरकार ने रद्द करवा दिया। इतना ही नहीं, एमबीबीएस की फीस को 40 लाख रुपये तक पढ़ा दिया।
उन्होंने बयान जारी कर शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कामों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय, अलग-अलग जिलों में 12 नए सरकारी विश्वविद्यालय, 154 नए पॉलिटेक्निक कॉलेज, 56 नए आईटीआई, 4 नए सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित किए गए।
सोनीपत में राजीव गांधी एजुकेशन सिटी स्थापित करवाई, जिसमें देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान स्थापित हुए। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर लॉ यूनिवर्सिटी बनवाई गई। भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी कांग्रेस सरकार द्वारा करवाया गया।
साथ ही उनकी सरकार के दौरान प्रदेश में 2623 नए स्कूल बनाए, 1 नया सैनिक स्कूल रेवाड़ी और 6 नए केंद्रीय विद्यालय बनवाए गए। 25000 जेबीटी, 25000 टीजीटी-पीजीटी, अन्य स्कूल स्टाफ, 50000 यूनिर्वसिटी व अन्य संस्थानों के स्टाफ समेत अकेले शिक्षा विभाग में कांग्रेस ने 1 लाख से ज्यादा नौकरियां दी गईं। कांग्रेस सरकार के दौरान ही हर जिले में DIET खोले गए थे, 20 लाख बच्चों को देश में सबसे ज्यादा और डॉक्टर अंबेडकर के नाम छात्रवृत्ति देने की योजना लागू की गई थी।