आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के बयान पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा कहती हैं कि बच्चों की अच्छी शिक्षा आम आदमी की ‘औकात’ से बाहर की बात है। ये बीजेपी की सोच है। इससे गरीबों के बच्चों को शिक्षा के प्रति बीजेपी का चेहरा बेनकाब हो गया है।
बीजेपी की सरकार नहीं चाहती कि गरीब का बच्चा पढ़ाई करे। लेकिन “केजरीवाल की गारंटी” है कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर हरियाणा के हर बच्चे को शानदार शिक्षा मिलेगी और वो भी बिल्कुल मुफ्त में मिलेगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा बीजेपी सरकार की प्राथमिकता में ही नहीं है। बीजेपी सरकार देश के युवाओं के भविष्य को धूमिल करने में लगी। माता पिता बच्चे को शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल भेजते हैं ताकि उनका बच्चा पढ़ लिखकर रोजगार पा सके और उनके बुढ़ापे का सहारा बन सके।
लेकिन हरियाणा सरकार की गलत नीतियों और गलत सोच के कारण प्रदेश के स्कूलों की हालत दयनीय है। प्रदेश के स्कूलों में न शिक्षक, न पीने का पानी, न बिजली और शौचालय है। प्रदेश का भविष्य स्कूल की जर्जर इमारत में पढ़ने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के कारण आज हमारे बच्चों का भविष्य धूमिल होता जा रहा है। हरियाणा में सरकारी नौकरी के 2 लाख से ज्यादा पद रिक्त पड़े हैं। इनमें से 71 हजार पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं।
लेकिन सरकार उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रही। बेरोजगारी के कारण हरियाणा का युवा नशे, अपराध और अपनी जमीनें बेचकर विदेशों की तरफ जा रहा है। इसके लिए सीधे तौर पर हरियाणा की बीजेपी सरकार दोषी है। जब बच्चे नौकरी के लिए आवेदन करते हैं सरकार की मिलीभगत से पेपर लीक हो जाता है। बीजेपी की सरकार में 70 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। इस सरकार ने युवा पीढ़ी को सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों के 4500 पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा प्रदेश के 182 में से 80 कॉलेजों में प्रिसिंपल ही नहीं हैं। प्रदेश के कॉलेजों में सरकार की तरफ से शिक्षकों के 7986 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 5416 पदों पर शिक्षक काम कर रहे हैं। इन 5416 पदों में भी 2000 से अधिक एक्सटेंशन लेक्चरर काम कर रहे हैं। भिवानी में 556 में से 182, अंबाला में 260 में से 30, चरखी दादरी में 97 में से 42, फरीदाबाद में 369 में से 115, फतेहाबाद में 244 में से 80, गुरुग्राम में 674 में से 171, हिसार में 710 में से 213, करनाल में 485 में से 115, कैथल में 170 में से 76, जींद में 513 में से 159 और रेवाड़ी में 426 स्वीकृत पदों में से 188 पद खाली पड़े है। पूरे हरियाणा के सभी जिलों में कमोबेश यही हाल है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार का शिक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं है। यदि युवा शिक्षित नहीं होगा तो देश कैसे आगे बढ़ेगा। आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब में भी दिल्ली मॉडल लागू कर रखा है। हरियाणा में भी दिल्ली की तर्ज पर अच्छे स्कूल होंगे और शिक्षकों के पदों को भरा जाएगा।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में वर्ल्ड क्लास स्कूल बनाए हैं। यही कारण है कि अमेरिका के राष्ट्रपति की पत्नी भी दिल्ली के स्कूल देखने आई। दिल्ली के स्कूलों में बड़े अधिकारी और एक गरीब मजदूर का बच्चा भी एक ही बेंच पर बैठकर पढ़ता है। माता पिता अपने बच्चों का नाम प्राइवेट स्कूल से कटाकर सरकारी स्कूल में दाखिला करा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर अच्छी, बेहतरीन और फ्री शिक्षा दी जाएगी। दिल्ली और पंजाब की तरह शिक्षा माफिया का खात्मा करेंगे। सरकारी स्कूलों को इतना अच्छा बनाएंगे कि आप अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूलों में भर्ती करवाओगे। प्राइवेट स्कूलों की गुंडागर्दी भी बंद करेंगे, प्राइवेट स्कूलों को नाजायज फीस बढ़ाने से रोका जाएगा।