हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के इतिहास में पहली बार राहगिरी के मंच पर हजारों युवाओं के साथ-साथ आम नागरिक ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है।
इस राहगिरी के मंच पर उमड़ी भीड़ ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक और यादगार बनाने का काम किया है। इसके लिए प्रशासन के तमाम अधिकारी कर्मचारी और शहर के नागरिक बधाई के पात्र है।
राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने राहगिरी के मंच पर अपने मन की बात को साझा करते हुए कहा कि राहगिरी के मंच पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम बेहद उमदा थे।
इस राहगिरी में पहुंचे हजारों युवाओं और नागरिकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का खूब लुफ्त उठाया, यहां तक कि जैसे ही देशभक्ति का गीत और संगीत लोगों के जेहन तक पहुंचता था उसी समय लोग उत्साहित होकर झूमते हुए नजर आए।
इस राहगिरी के मंच पर मुख्यमंत्री के तौर पर पहली बार पहुंचे सीएम नायब सिंह से मिलने और उनकी कार्य शैली को देखने के लिए हजारों लोग राहगिरी के मंच पर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आह्वान पर प्रशासन के सहयोग से हर रविवार को राहगीरी का आयोजन करने की योजना पर काम किया जाएगा। इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में एकता और भाईचारा बढता है।
इस उद्देश्य को जहन में रखकर ही प्रदेश सरकार की तरफ से राहगीरी का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रशासन के तमाम अधिकारी, कर्मचारी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, शिक्षा विभाग, खेल विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारी बधाई के पात्र है।
उन्होंने कहा कि पहली बार एक साथ एक पेड़ मां के नाम को समर्पित राहगीरी में 5100 विद्यार्थियों ने पौधे लगाए, 1 हजार से ज्यादा खिलाडिय़ों ने अपने-अपने खेल का प्रदर्शन किया और सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं ने पहली बार राहगीरी में अपने उत्पादों से नागरिकों को आकर्षित किया। इस जोश और उत्साह को देखकर ही मुख्यमंत्री ने हर रविवार को राहगीरी के आयोजन की बात कहीं है।