महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के माननीय कुलपति डॉ. सुरेश मल्होत्रा ने बृहस्पितवार को उद्यान महाविद्यालय अंजनथली नीलोखेड़ी में करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से बने एक्सटेंशन ऑफ टीचिंग ब्लाक का विधिवत रूप से उद्घाटन किया।
उद्यान महाविद्यालय में पहुंचने पर अनुसंधान निदेशक प्रो. रमेश गोयल, एमएचयू के रजिस्ट्रार एवम ईओ सुरेश सैनी ने स्वागत किया। मंच संचालन डॉ. सुरेंद्र बड़बड़ ने किया।
माननीय कुलपति डॉ. सुरेश ने इंजीनिरिंग विंग द्वारा बेहतर भवन बनाने के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि एमएचयू में तेजी से संसाधन बढ़ते जा रहा हैं। उसी के अनुरूप हमारी जिम्मेवारियां भी बढ़ जाती है।
किसी भी यूनिवर्सिटी की पहचान, उसका अनुसंधान ओर अनुसंधान की गतिविधियां से होता है। संसाधनों की कमी के चलते जो अनुसंधान हम नहीं कर पा रहे थे, वे अब हम कर पाएंगे। विश्वविद्यालय के पास लैब की कमी थी, जिसके कारण अनुसंधान के कामों में तेजी नहीं आ पा रही थी, अब लैब बन चुकी हैं।
अब अनुसंधानात्मक काम तेजी से शुरू होंगेऔर सीधा फायदा किसानों ओर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचेगा। कुलपति डॉ. सुरेश ने वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे रिसर्च के कामों को मेहनत से आगे बढ़ाए, योजनाएं बनाए कि किस-किस चीज की जरुरत हैं।
ज्यादा से ज्यादा तकनीकी जानकारी को पहुंचाने का प्रयास करें, जिससे किसानों की आमदनी तो बढ़े ही साथ ही उत्पादन भी उच्च गुणवत्तायुक्त हो। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक भूमि के स्वास्थ्य की पूरी जांच करें, जिसमें भूमि की उर्वरता के साथ-साथ सूक्ष्म जीवों की उपलब्धता की जांच करने की सुविधा का प्रबंधन हो। अगर वे ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो एमएचयू पूरे देश में ऐसा करने वाली पहली यूनिवर्सिटी होगी।