हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने शाहबाद शुगर मिल कर्मचारी यूनियन के महासचिव रामकुमार को न्याया दिलवाने के लिए शुगर मिल के एक इंजीनियर से संबंधित मामले की जांच स्टेट विजिलेंस को सौंपने के आदेश दिए है।
हालांकि इस इंजीनियर के मामले में 2 एमडी की जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट भी दी जा चुकी है, लेकिन हाउस के समक्ष शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों और कष्टï निवारण समिति के सदस्यों की मांग पर जांच का जिम्मा स्टेट विजिलेंस को सौंपने के आदेश दिए गए है।
सुधा सोमवार को जिला लोक संपर्क एवं कष्टï निवारण समिति के चेयरमैन एवं परिवहन मंत्री असीम गोयल के किन्ही आकस्मिक कारणों से बैठक में ना आने के कारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने एजेंडे की 16 में से 13 शिकायतों का मौके पर समाधान किया और 3 शिकायतों में प्रार्थी के ना पहुंचने पर शिकायतों को लंबित रखने के आदेश दिए है।
इसके अलावा हाउस के समक्ष दर्जनों लोगों ने भी अपनी समस्याएं रखी और इन तमाम समस्याओं का समाधान करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। राज्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लोगों की सेवा करना ही सरकार का एकमात्र लक्ष्य है।
इस लक्ष्य को जहन में रखते हुए तमाम अधिकारियों को नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान करना चाहिए। इस मामले में जरा सी भी कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
उन्होंने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष को पहले अपने 10 सालों का हिसाब-किताब देना चाहिए, उसके बाद ही विपक्ष को बोलना चाहिए। इस सरकार ने 10 सालों में पिछली सरकारों के 60 साल में किए गए कार्यों से भी ज्यादा विकास कार्य करवाए है और मुख्यमंत्री नायब सिंह किसी भी मंच पर विपक्ष को जवाब देने के लिए तैयार है।
राज्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी भविष्य में भी समय पर बैठक में पहुंचना सुनिश्चित करें और एजेंडे की शिकायतों पर होमवर्क करके पहुंचे। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने मेहमानों का स्वागत करते हुए समिति की बैठक के एजेंडे की ब्रीफिंग की है। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन एआईपीआरओ बलराम शर्मा ने किया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक जेएस रंधावा, एडीसी डा. वैशाली शर्मा सहित अधिकारी और कष्टï निवारण समिति के सदस्य मौजूद थे।