आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने प्रेसवार्ता कर हरियाणा में प्रतिदिन हो रही गोलीबारी की घटनाओं को लेकर बीजेपी सरकार को घेरा। इस दौरान उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष बलबीर सैनी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्रतिदिन व्यापारियों से फिरौती मांगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रदेश में रोजाना खबरों में गोलीबारी की घटनाएं छाई रहती हैं। जिस तरीके से पुलिसकर्मी को सरेआम गोली मारी गई उस घटना ने पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़ा कर दिया था।
उन्होंने कहा कि सोमवार की रात बीजेपी नेता के घर पर गोलीबारी की गई। इससे स्पष्ट समझ आता है कि जिस प्रदेश में पुलिस और सत्ता में बैठी पार्टी के नेता सुरक्षित नहीं, उस प्रदेश में आम आदमी कैसे सुरक्षित हो पाएगा। पहले भी कई घटनाएं सामने आई हैं।
रोहतक में एक फाइनेंसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई और हिसार की ऑटो मार्केट में दिन दहाड़े खुलेआम फायरिंग की गई। अब तक सात जिलों में फिरौती गैंग फैल चुका है। व्यापारियों और बड़े बड़े नेताओं और अफसरों से फिरौती मांगी जा रही है।
उन्होंने कहा कि बहुत सारी घटनाओं में पीड़ित पुलिस को सूचित भी नहीं करते, क्योंकि उनको जान का खतरा है। इतने बड़े स्तर पर फिरौती और गोलीबारी की घटनाओं के बावजूद आज तक हरियाणा पुलिस और हरियाणा सरकार ये पता नहीं लगा पाई कि इन सभी घटनाओं के तार किस गैंग से जुड़े हैं।
जिसका सीधा मतलब है कि या तो बीजेपी नेताओं की सरपरस्ती में ये गैंग चलाया जा रहा है या पुलिस के बड़े अधिकारियों की शह पर अंडरवर्ल्ड स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह उनके नेतृत्व में बनी सरकार को संभाल पाने में नाकाम हैं।
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के पास पुर्णकालिक गृहमंत्री भी नहीं है और सीएम नायब सिंह के पास समय ही नहीं है। पुलिस अधिकारियों की मीटिंग भी उनको पोस्टपोंड करनी पड़ी थी। सीएम नायब सिंह एक पुर्णकालिक गृहमंत्री बनाने से भी घबरा रहे हैं।
बीजेपी में गृहमंत्री होने का अनुभव अनिल विज के पास है और सीएम नायब सिंह अपनी व्यक्तिगत असुरक्षा की वजह से उनको गृहमंत्री नहीं बनाना चाहते। क्योंकि यदि अनिल विज को गृहमंत्री बना दिया तो सरकार को नायब सिंह के पैरों तले से खिसका लेंगे।
उन्होंने कहा कि अपनी असुरक्षा के लिए सीएम नायब सिंह ने पूरे हरियाणा को अपराध में झोंक दिया है। इससे बुरी स्थिति कुछ नहीं हो सकती कि अपराधी खुलेआम फिरौती मांग रहे हैं और हरियाणा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
या तो बीजेपी सरकार हरियाणा में आम आदमी की सुरक्षा सुनिश्चित करे, नहीं तो हरियाणा की जनता सुनिश्चित करेगी कि हरियाणा में फिर कभी बीजपी सरकार सत्ता में न आए।