कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में विकास एवम पंचायत विभाग की ओर से राज्य स्तरीय सरपंच सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मुख्य रूप से शिरकत की।
उनके साथ शहरी निकाय विभाग के राज्यमंत्री सुभाष सुधा,विकास एवम पंचायत विभाग कब मंत्री महिपाल ढांडा,शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा,बनवारी लाल, विधानसभा स्पीकर रणवीर गंगवा सहित कई विधायक व अधिकारी मौजूद रहे।
सरपंचों के लिए आयोजित कार्यक्रम में जहां प्रदेश के सरपंचों को दी जाने वाले सुविधाओं के बारे में कहा वही प्रदेश के सरपंचों को 21 लाख रुपये के विकास कार्य करवाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के पास पैसे की कोई कमी नही है। आप काम करे सरकार आपके साथ है।
वही उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अगर कोई सरपंच विकास कार्यों का रेजुलेशन पास करता है और पोर्टल पर अपलोड करता है। पोर्टल के माध्यम से 10 दिन के भीतर जेई द्वारा की जाएगी,अन्यथा जेई पर कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने प्रदेश स्तरीय सरपंच सम्मेलन में को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सरपंच एक अहम कड़ी अदा करता है। हम सब जनता के जवाबदेही है। जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधि है। दायरे अलग है लेकिन लक्ष्य राष्ट की सेवा करना है।
गामव गरीब का जीवन आसान बनाने के लिए सरकार की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में सरपंच अपनी अहम भूमिका अदा करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक विजन और लक्ष्य है कि 2047 तक भारत जो विकसित राष्ट्र बनाने का रखा है। गांव के विकास के लिए जितना कार्य सरपंच करना चाहते है हम उनके साथ खड़े है।
हमने सबसे पहले सुधार किए,प्रथम नागरिक के तौर पर वर्ष 2014 में प्रदेश में सत्ता संभाली तो सबसे पहले गांव में पढ़ी लिखी पँचयते होनी चाहिए ऐसी व्यवस्था की, ताकि सरपंच पर कोई किसी प्रकार की उंगली न उठाएं।