July 3, 2024
Narendramodi
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत असहाय परिवारों की बीमारियों का मुफ्त इलाज करवाया जाता है। इस योजना के तहत प्रति परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। असहाय लोगों के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना वरदान सिद्ध हो रही है।
            डीसी प्रशांत पंवार ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना का विस्तार करते हुए चिरायु योजना हरियाणा के नाम से राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य कल्याण हेतु शुरू किया है। चिरायु योजना आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत ही आती है। चिरायु योजना की सहायता से गरीब परिवार के लोग 5 लाख रुपये तक का फ्री इलाज करवा सकते हैं।
चिरायु योजना के तहत कम से कम 1500 बीमारियों का इलाज मुफ्त किया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 1.80 लाख रुपए तक आय वाले बीपीएल परिवारों को ही लाभ मिलता था। राज्य सरकार ने इस योजना का ज्यादा से ज्यादा से लाभ सुनिश्चित करने के लिए तीन लाख रुपए तक आय वाले परिवारों को भी इस योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ देने के निर्णय लिया है। ऐसे परिवार केवल बहुत कम मासिक चार्ज केवल 1500 रुपए के वार्षिक भुगतान पर पूरे परिवार को स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते है।
             डीसी ने बताया कि चिरायु योजना के अंतर्गत विवाह अथवा जन्म के माध्यम से किसी नए सदस्य का आगमन होता है तो वह भी इस योजना का लाभार्थी है, जिसके लिए जन्म प्रमाण पत्र व विवाह प्रमाण-पत्र देकर योजना में शामिल हो सकते है।
उन्होंने कहा कि यह योजना पूर्णतः: कैशलेस है, लाभार्थी केवल अपना आयुष्मान भारत कार्ड दिखाकर ही पैनल पर लिए गए निजी अथवा सरकारी अस्पतालों में अपना मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं।
आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने हेतु लाभार्थी किसी भी अटल सेवा केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपना परिवार पहचान पत्र या आधार कार्ड दिखाकर बनवा सकते है। इसके अलावा पैनल पर लिए गए निजी अस्पतालों तथा सरकारी अस्पतालों में भी यह कार्ड मुफ्त में बनवा सकते हैं।
             उन्होंने बताया कि इस योजना की अनूठी विशेषता पोर्टेबिलिटी है यानी चाहे मरीज किसी भी राज्य का हो, वह किसी भी राज्य के पैनल पर लिए गए निजी अथवा सरकारी अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। सरकार द्वारा न सिर्फ मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है, अपितु इलाज की गुणवत्ता पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।

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