नगर निगम ने मानसून से पहले शहर के सभी छोटे-बड़े बरसाती नालों की सफाई का लक्ष्य लेकर काम शुरू कर दिया है। बीते माह अप्रैल में इस कार्य का एक्शन प्लान तैयार कर दिया गया था, जिसके बाद मई मास के प्रारम्भ में शहर में मौजूद विभिन्न नालों की सफाई के कार्य शुरू करवाए गए। अलग-अलग लोकेशन के नालों पर अनुमानित 1 करोड़ 5 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
24 बड़े नालों का सफाई कार्य प्रगति पर- निगमायुक्त ने बताया कि शहर में अलग-अलग लोकेशन पर भिन्न-भिन्न आकार के 24 नाले हैं। इनकी सफाई का कार्य करीब 70 प्रतिशत मुकम्मल हो गया है, शेष प्रगति पर है। इनमें टैक्सी स्टैण्ड से मुगल कैनाल, सिविल अस्पताल चौक से पुरानी सब्जी मंडी चौक, दो किसान चौक से मुगल कैनाल वाया पोस्ट ऑफिस, बस स्टैण्ड से महर्षि वाल्मिकी चौक, बस स्टैण्ड से अम्बेड़कर चौक (केवल मेनहोल), अम्बेड़कर चौक से एन.डी.आर.आई. चौक (केवल मेनहोल), रेस्ट हाऊस से तलवार चौक, तलवार चौक से हांसी चौक, हांसी चौक से बगवाड़िया गैस एजेंसी, बगवाड़िया गैस एजेंसी से खेडा चौक, रमेश नगर से राम नगर नाला वाया रविदास मौहल्ला, खेड़ा से कुमहारो मौहल्ला, बगवाड़िया गैस एजेंसी से गिरड़ी वाला पीर चौक, जोगी दास कोठी से बांसो गेट स्कूल, मीरा घाटी से खेड़ा चौक, महाराणा प्रताप चौक से मुगल कैनाल, बसंत विहार से कैलाश शॉप (केवल मेनहोल), बसंत विहार से कैलाश शॉप तक नाला, अशोका नर्सरी से सेक्टर-9 चौक, मॉडल टाऊन से सेक्टर-12 नजदीक वाल्मिकी बस्ती, लिबर्टी हाऊस से मेहता स्टूडियो, अस्पताल चौक से महात्मा गांधी चौक, दयाल सिंह कॉलेज से मुगल कैनाल तथा एन.डी.आर.आई. चौक से मुगल कैनाल नाला शामिल है। इन नालों की सफाई पर अनुमानित 15 लाख 65 हजार रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त काछवा पुल राम नगर से शुरू होकर मीरा घाटी आई.पी.एस. (इंटरमिडिएट पम्पिंग स्टेशन) तक जाने वाले नाले की सफाई का कार्य 40 प्रतिशत मुकम्मल हो गया है। इस नाले की लंबाई करीब 4200 मीटर है। इसकी सफाई पर अनुमानित 12 लाख 90 हजार रुपये खर्च होंगे।
इसके अलावा कर्ण (मुगल) कैनाल नाले के फेज 2 व 3 की सफाई भी करवाई जाएगी। इसके लिए नाले के साथ-साथ इसके पानी की निकासी के लिए अलग रास्ता तैयार कर डिवाटरिंग करवाई जा रही है। इसकी सफाई पर 17 लाख 32 हजार रुपये की अनुमानित राशि खर्च होगी।
उन्होंने आगे बताया कि बरसाती नालों की सफाई में सबसे अहम मुगल कैनाल है, जो नेशनल हाईवे को क्रॉस करके ड्रेन नम्बर-1 में परिवर्तित हो जाती है। हालांकि नगर निगम की ओर से मुगल कैनाल की हर साल व्यापक स्तर पर सफाई करवाई जाती है और गत वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम भी रहे थे।
उन्होंने बताया कि ड्रेन नम्बर-1 की सफाई व चौड़ीकरण करने का कार्य शुरू हो चुका है। इस कार्य में 2 पोकलेन मशीने लग चुकी हैं। इस कार्य पर अनुमानित 18 लाख 75 हजार रुपये की राशि खर्च होगी। एन.एच. से नगर निगम सीमा तक करीब डेड किलोमीटर लम्बी ड्रेन की पोकलेन मशीनो से गहराई तक गाद निकाल जाएगी, जिससे पानी निकासी निर्बाध रूप से हो सकेगी।