सोमवार को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला के साथ गुहला चीका के विभिन्न गावों में प्रचार किया। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि यह चुनाव पूंजीपति बनाम कमेरे वर्ग के बीच है।
भाजपा व कांग्रेस के दोनों उम्मीदवार पूंजीपति हैं। यदि कारपोरेट राजनीति को जितवाना है तो उन दोनों को वोट दें। यदि किसान कमेरे वर्ग को जितवाना है तो अभय चौटाला को वोट दें। अभय ही ऐसे नेता हैं, जो किसान, किसानी व कमेरे वर्ग से जुड़े हुए हैं।
अभय चौटाला ने कहा कि लोगों ने फैसला कर लिया है कि सरकार को बदलना है। उन्होंने कहा कि उनके सामने भाजपा व कांग्रेस के दोनों उम्मीदवार पूंजीपति हैं। जो इस क्षेत्र का शोषण करने के लिए चुनाव लड़ने आए हैं। इसीलिए लोग अपने व पराये की पहचान करते हुए 25 मई को इनेलो को वोट देकर उन्हें अधिक से अधिक वोटों से विजयी बनाएं।
अभय सिंह चौटाला ने अपने संबोधन में कहा भला हो देश के किसानों का। जिन्होंने 13 माह तक संघर्ष करते हुए भाजपा को तीन काले कानूनों को वापस लेने पर मजबूर किया। इस आंदोलन में साढ़े सात सौ किसान शहीद हो गए।
उस लड़ाई में राजनेताओं को कहा गया कि किसानों का साथ देने के लिए आएं तो इस्तीफा देकर आएं। पूरे देश में केवल उन्होंने चौधरी देवीलाल की नीतियों पर चलते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। उस समय लोगों ने भी उन्हें कहा कि इस्तीफा देने से फायदा नहीं होगा। लेकिन हमारा सीधा जवाब कि किसानों के लिए कोई भी कुर्बानी दे सकते हैं।
भाजपा कार्यकाल में महंगाई, भ्रष्टाचार बढ़ा दिया है। कानून व्यवस्था खराब है। किसान, व्यापारी, मजदूर व कर्मचारी दुखी हैं। हर कोई इस सरकार को बदलना चाहता है। प्रदेश में सडकें टूटी पड़ी हैं। प्रॉपर्टी आईडी के नाम पर हरियाणा को परेशान किया जा रहा है। बुजुर्गों की बुढ़ापा पैंशन काट दी। गरीब लोगों के राशन कार्ड काट दिए।
दो लाख से अधिक पीले राशन कार्ड काट दिए। पांच लाख से अधिक बुजुर्गों की पेंशन काट दी। हर गांव की अपनी समस्या थी। बहुत से गांवों में रोजगार की तलाश में बच्चे विदेश चले गए हैं।
उनके साथ इनेलो प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा, जिला अध्यक्ष राजा राम माजरा सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद रहे।