हरियाणा के महेंद्रगढ़ में जीएल पब्लिक स्कूल की बस दुर्घटना में 6 बच्चों की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस स्कूल की 11 बसों का फिटनेस प्रमाण पत्र एक्सपायर हो चुका है। इनमें एक बस की फिटनेस जांच 2009 व दूसरी की 2011 के बाद नहीं कराई।
कई बसों की 2018 से नहीं हुई है। यानी जिला प्रशासन व सरकार की आंखों में धूल झोंककर स्कूल प्रशासन बिना फिटनेस कराए बच्चों की जिंदगी से खेल रहा था।
स्कूल के पास करीब 20 बसें बताई जा रही हैं। इनमें से 12 बसों का ही रिकॉर्ड उपलब्ध हो पाया है, जिनमें 11 बसों का फिटनेस प्रमाण पत्र खत्म हो चुका है।
अधिकतर बसों का इंश्योरेंस तक नहीं है। शुक्रवार को स्कूल की 3 बसों समेत 4 वाहनों को सीज किया गया है।
वहीं, इतने बड़े हादसे के बाद राज्य सरकार, शिक्षा विभाग व ट्रैफिक पुलिस हरकत में आई है। शुक्रवार को प्रदेश के 16 से ज्यादा जिलों में प्राइवेट स्कूल बसों की जांच की गई।
इस दौरान 306 बसों के कागजात सही न मिलने पर चालान किए गए, जबकि 113 बसों को सीज किया गया है। अब जीएल पब्लिक स्कूल को प्रशासन संभालेगा।