हरियाणा सरकार द्वारा सब्जियों में बांस व लोहे की स्टैकिंग, प्लास्टिक मल्चिंग, प्लास्टिक टनल या सूक्ष्म सिंचाई का प्रयोग करने के लिए किसानों को अनुदान दिया जा रहा है। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को बागवानी पोर्टल होर्टनेट.जीओवी.इन पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आधुनिक युग में खेती में नई-नई तकनीकों का आविष्कार किया जा रहा है। सब्जियों की खेती में स्टैंकिंग ऐसी विधि है, जिसे अपनाकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते है। इस विधि द्वारा मुनाफा और फसलों की पैदावार भी अधिक होती है।
उन्होंने कहा कि बांस व लौह स्टैकिंग पर अलग-अलग अनुदान दिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा बांस स्टैकिंग की 62500 रुपए प्रति एकड़ लागत पर 31250 से लेकर 56250 रुपए तथा लोहे स्टैकिंग की 1 लाख 41 हजार रुपए प्रति एकड़ लागत पर 70500 से लेकर 1 लाख 26 हजार रुपए तक अनुदान किया जा रहा है।
दोनों तरह की स्टैकिंग पर अधिकतम अनुदान क्षेत्र एक से 2.5 एकड़ है। स्टैकिंग तकनीक से पहले किसान पुरानी तकनीक से ही सब्जियों और फलों की खेती करते थे। लेकिन अब किसान इस तकनीक का इस्तेमाल कर खेती कर रहे है, क्योंकि यह बहुत ही आसान है। इस तकनीक में बहुत ही कम सामान का प्रयोग होता है। इसमें बांस व लोहे के सहारे तार और रस्सी का जाल बनाया जाता है।