किसानों के दिल्ली कूच के बीच केंद्र सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर सवाल उठाए हैं। सरकार ने एक विज्ञापन जारी किया। जिसमें सवाल पूछा कि अब किसानों का हर तरह से ख्याल रखा जा रहा है तो आंदोलन क्यों?।
केंद्र ने लिखा कि पंजाब में अब किसान आंदोलन क्यों? किसान यह सोचें कि 3 कृषि कानून रद्द कर दिए।
केंद्र सरकार किसानों से गेहूं, धान और कपास शत-प्रतिशत पैसे देकर खरीदती है। इसके अलावा भी कई परियोजनाएं हैं, जिनसे किसानों को फायदा हो रहा है। इसके साथ ही केंद्र ने 10 सालों में किसानों की बेहतरी के लिए उठाए कदमों को भी गिनाया।
पंजाब के किसान दिल्ली कूच के लिए 3 दिन से बॉर्डरों पर डटे हुए हैं। उन्होंने 13 फरवरी को दिल्ली जाने के लिए हरियाणा की तरफ कूच किया था।
दोपहर 12 बजे किसान एक साथ पंजाब-हरियाणा के बीच बने शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर पहुंचे।
यहां हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने बैरिकेडिंग और आंसू गैस के गोलों से उन्हें रोक लिया। तब से किसानों ने बॉर्डरों पर डेरा डाला हुआ है। इसमें कई किसान घायल भी हुए हैं।