हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर ने किसानों के आंदोलन के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं। गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान CM खट्टर ने कहा कि उनका आंदोलन आक्रमण टाइप का होता है।
जैसे कोई सेना आक्रमण करने के लिए चलती हो, इस प्रकार का माहौल बनाया जाता है। उसमें भी ट्रैक्टर, ट्रॉली, जेसीबी, हाइड्रो लेकर जाते हैं। सबको कहते हैं कि एक साल का राशन लेकर चलो।
CM ने कहा कि हमें भी अपने नागरिकों और किसानों की सुरक्षा करनी होती है। किसान भी अपने ही हैं।
अपने देश के हैं लेकिन उनका जो तरीका है, उस पर हमें आपत्ति है। उन्हें अपनी बात लोकतांत्रिक ढंग से रखनी चाहिए। ट्रैक्टर खेती के लिए है, ट्रांसपोर्ट के लिए नहीं।
CM मनोहर ने किसानों के साथ होने वाली मीटिंग के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, अभी जितनी जानकारी मुझे है, मैं उतना ही बोलूंगा।
यह विषय तीन दिन से चल रहा है और इन दिनों का आपको पता है। इनकी जो डिमांड है, वह हरियाणा सरकार से नहीं है।
वह सारी डिमांड उनकी केंद्र सरकार से है। केंद्र से मांगें जुड़ने के बाद उन्होंने कहा कि हम दिल्ली जाएंगे।
मुझे लगता है कि दिल्ली जाना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन, कैसे जाना और क्या मोटिव लेकर जाना, ये जरूर निर्धारित होता है।
उन्होंने कहा कि इस विषय का अनुभव हम पिछली बार देख चुके हैं। उन्होंने किस प्रकार से धरने लगाए। बहादुरगढ़ का टिकरी बॉर्डर है, कुंडली का हमारा सिंघु बॉर्डर है, इससे कितनी परेशानी उस समय लोगों को हुई।
आज भी लगातार उनके वीडियो आ रहे हैं। कह रहे हैं कि किसी प्रकार इन्हें रोकिए, हमारा बिजनेस समाप्त हो जाएगा। हमारा ये खत्म हो जाएगा, हमारा वो खत्म हो जाएगा। हमें बचाइए।