हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने हत्या और आत्महत्या के अलग-अलग मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए। इसी तरह, उन्होंने हिसार में जमीन पर कब्जा कर व तोड़फोड़ करने के मामले में भी हिसार रेंज के आईजी को एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए।
श्री विज मंगलवार को अम्बाला छावनी स्थित अपने आवास पर प्रदेश के कोने-कोने से आए सैकड़ों लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे।
चंडीगढ़ से आए भाई-बहन ने गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत देते हुए बताया कि उनके पिता ने कुछ समय पूर्व रेलवे लाइन पर सुसाइड कर लिया था और जीआरपी चंडीगढ़ थाने में केस भी दर्ज किया गया था।
पिता की मृत्यु के कुछ दिनों पश्चात उन्हें सुसाइड नोट मिला जिस पर लिखा था कि कुछ लोगों के दबाव में आकर वह सुसाइड कर रहे हैं।
उनका आरोप था कि जीआरपी को शिकायत देने के बावजूद भी पुलिस ने मामले में अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है। गृह मंत्री ने जीआरपी आईजी को इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।
वहीं, पानीपत से आए फरियादी ने गृह मंत्री अनिल विज को उसके बेटे की हत्या मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की शिकायत दी।
फरियादी ने बताया कि उसके बेटे की रात को सोते समय करंट देकर हत्या कर दी गई थी और साजिश के तहत किसी अन्य को फंसाने की कोशिश की गई।
आरोप था कि अब तक किसी भी आरोपी को पुलिस द्वारा पकड़ा नहीं गया है। गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए केस की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री अनिल विज ने इन मामलों में भी गठित की एसआईटी
गृह मंत्री अनिल विज ने हिसार निवासी फरियादी की शिकायत पर मकान पर कब्जा करने व तोड़फोड़ के मामले में भी आईजी हिसार को एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।
इसी तरह, यमुनानगर निवासी युवक को विदेश भेजने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपए की ठगी के मामले में भी उन्होंने कबूतरबाजी के लिए गठित एसआईटी को कार्रवाई के निर्देश दिए।
फरियादी ने बताया कि उनके बेटे को रोमानिया भेजने के नाम पर एजेंट ने पौने चार लाख रुपए की ठगी उनके साथ की थी। न तो बेटे को विदेश भेजा गया और न ही उनके पैसे वापस लौटाए गए।