मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बतौर वित्त मंत्री मंगलवार को वर्ष 2022-23 के लिए Rs 177255.99 करोड़ का बजट पेश किया। अपने बजट संबोधन में सबसे पहले सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि यह बजट कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को गति देने वाला है और आने वाले 25 सालों में विकास की दिशा सुनिश्चित करेगा। कोरोना की तीन लहरों को पार चुका प्रदेश अब स्वास्थ्य क्षेत्र में आने वाले खतरों से निपटने के लिए मजबूत होगा।
पलवल, चरखी दादरी, पंचकूला और फतेहाबाद में जल्द ही मेडिकल कालेज खुलेंगे। वहीं यूक्रेन की ताजा स्थिति सामने आने के बाद 2025 तक मेडिकल कालेजों में स्नातक की सीटों की संख्या 700 से बढ़कर 3035 की जाएंगी।
डाक्टरों का विशेषज्ञ कैडर प्रदेश में बनाया जाएगा और ऐसे डाक्टर केवल क्लीनिकल ड्यूटी करेंगे। -राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में 40 प्रतिशत सीटें सरकारी सेवा के डाक्टरों के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया गया है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा जहाँ-आयुष, पोषण व भोजन से संबंधित सभी सुविधाएं एक वेलनेस सेंटर की छत के नीचे होगी। इसके साथ ही सभी उप मंडलीय अस्पतालों में समुचित आक्सीजन की व्यवस्था रहेगी और हर वर्ग के 1.80 लाख रुपये से कम आय वालों को आयुष्मान योजना का लाभ
-अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में रेस्तरां सुविधाएं मिलेंगी
जो डाक्टर नगर पालिकाओं वाले छोटे शहरों और महाग्रामों में अपने नए अस्पताल नर्सिंग होम या क्लीनिक स्थापित करना चाहते हैं, उन्हें वित्तीय संस्थानों से लिए जाने वाले ऋण पर ब्याज की राशि का भुगतान सरकार तीन साल तक करेंगी। रक्त संग्रह के लिए मोबाइल इकाइयां शुरू की जाएंगी।
पीजीआइ रोहतक में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा होगी। महेंद्रगढ़, भिवानी, जींद और गुरुग्राम जिलों में नए मेडिकल कालेज और शहीद हसन खान मेवाती राजकीय मेडिकल कालेज नूंह में एक डेंटल कालेज की स्थापना की जाएगी। इन पर 2600 करोड़ खर्च होंगे।