मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विपक्ष के नेता कहते हैं कि मनोहर लाल का अपना परिवार नहीं है, लेकिन मैं हरियाणा के 2 करोड़ 80 लाख लोगों को अपना परिवार मानता हूं और उनके कल्याण के लिए कार्य करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दिवस ही उन्होंने गांव बनियानी में स्थित अपना पैतृक मकान समाज को दान कर दिया, ताकि वहां लाइब्रेरी बनाई जा सके। बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर शिक्षा व अपनी योग्यता से मेरिट पर सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकें।
संतों के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बनाई संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में जितने भी महापुरुष हुए हैं, चाहे वह किसी भी जाति या संप्रदाय से हों, सभी का संदेश केवल मानवता की सेवा करना है।
इसलिए हमने संत-महापुरुषों के विचारों व संदेश को जन- जन तक पहुंचाने के लिए संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना चलाई है, जिसके तहत सभी महापुरुषों की जयंतियां व स्मृति दिवस सरकारी स्तर पर मनाई जा रही हैं, ताकि युवा पीढ़ी इन महापुरुषों के जीवन से समाज सेवा की प्रेरणा ले सकें।
उन्होंने कहा कि हम भी संतों-महापुरुषों के दिखाए रास्ते पर चलते हुए अंत्योदय की भावना से पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने के लिए कार्य कर रहे हैं। सांसद संजय भाटिया ने लेखक डॉ. प्रभलीन और डीजीआईपीआर मंदीप सिंह के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिख समाज के लिए कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को ऐतिहासिक और यादगार बनाने का अनोखा प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं गुरुओं के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पानीपत, सिरसा और यमुनानगर में ऐतिहासिक समागमों का आयोजन किया। पंजाब की बजाए हरियाणा में गुरुओं के प्रकाश पर्व बड़े अच्छे और भव्य तरीके से मनाए गए।
इन प्रकाश पर्वो में लाखों की संख्या में संगत पंहुचे। इस देश के 75 सालों के इतिहास में युवा पीढ़ी को मुगलों का इतिहास पढ़ाने का काम किया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा पीढ़ी को देश का वास्तविक इतिहास पढ़ाने का काम किया।