शीत लहर व अत्यधिक सर्दी के चलते शीत-घात से बचाव को लेकर सरकार के निर्देशानुसार ठंड के प्रति जागरूकता को लेकर जिला प्रशासन द्वारा विशेष एडवाइजरी जारी की गई है, जिसकी प्रत्येक जिला वासी कड़ाई से पालना करते हुए ठंड से बचाव करें।
उन्होंने आम नागरिकों से शीतलहर व सर्दी से बचाव के लिए सावधानी बरतने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि अगले कुछ दिनो तक संभावित जिले में शीतलहर व कड़ाके की ठंड की संभावना है।
उन्होंने कहा कि हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर शीत घात से बच सकते हैं। उन्होने संबंधित अधिकारियों को रैन बसेरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए ताकि कोई भी व्यक्ति खुले मे ना सोए।
शीत लहर व ठंड से बचाव के लिए इन बातों की करें पालना
शीत-घात से बचने के लिए मौसम पूर्वानुमान के लिए रेडियो/टीवी/समाचार पत्र जैसे सभी मीडिया प्रकाशन का ध्यान रखें ताकि यह पता चल सके कि आगामी दिनों में शीत लहर की संभावना है या नहीं। सर्दियों के लिए पर्याप्त कपड़ों का स्टॉक करें।
घर में ठंडी हवा के प्रवेश रोकने हेतु दरवाजों तथा खिड़कियों को ठीक से बंद रखें। फ्लू, नॉक बहना/भरी नाक या नाक बंद जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना आमतौर पर ठंड में लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होती हैं।
इस तरह के लक्षणों से बचाव हेतु आवश्यक सावधानी बरतें तथा स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों या डॉक्टर से परामर्श करें। जितना हो सके घर के अंदर रहें और ठंडी हवा, बारिश, बर्फ के संपर्क में आने से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें।
शरीर की गरमाहट बनाए रखने हेतु ज्यादा से ज्यादा गर्म कपड़े पहनना जरूरी उन्होंने बताया कि ऐसे मौसम में गर्म कपड़े पहनें ताकि ठंड बिल्कुल न लगे। तंग कपड़े खून के बहाव को रोकते हैं, इनसे बचें। खुद को सूखा रखें और पानी में भीगने से बचें।
शरीर की गरमाहट बनाये रखने हेतु अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढककर रखें, गीले कपड़े तुरंत बदलें, हाथों में दस्ताने रखें, फेफड़ों को बचाने के लिए मास्क का प्रयोग करें, सिर पर टोपी या मफलर पहने, स्वास्थ्य वर्धक भोजन लें।
विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियों का करें सेवन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पर्याप्त रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। गर्म तरल पदार्थ नियमित रूप से पीएं, इससे ठंड से लडऩे के लिए शरीर की गर्मी बनी रहेगी।
बुजुर्ग लोगों, नवजात शिशुओं तथा बच्चों का विशेष ध्यान रखें एवं ऐसे पड़ोसी जो अकेले रहते हैं, विशेषकर बुजुर्ग लोगों का हाल चाल पूछते रहें।
जरूरत के अनुसार ही रूम हीटर का प्रयोग करें, लेकिन रूम हीटर के प्रयोग के दौरान पर्याप्त हवा निकासी का प्रबंध रखें।
बंद कमरों में कोयले को जलाना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैस पैदा करता है।
शराब का सेवन न करें, यह शरीर की गर्माहट को कम करता है, यह खून की नसों को पतला कर देता है, विशेषकर हाथों से जिसमें हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है।