सस्ती दरों पर अत्याधुनिक मशीनी तकनीक को उपलब्ध करवा कर ही खेती में किसान के लागत व्यय को कम किया जा सकता है। इसी मकसद से भारत सरकार कृषि क्षेत्र में ड्रोन के प्रयोग को लेकर आई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस तकनीक पर जोर देते हुए इसे नमों ड्रोन दीदी का नाम दिया है । विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी ड्रोन से कीटनाशक छिडक़ाव का प्रदर्शन लगातार क्या जा रहा है ।
सरकार का लक्ष्य है कि देश में किसान की आय को किस प्रकार से बढ़ाया जाए। एक ड्रोन दस लीटर के टैंक से नैनो यूरिया को एक एकड़ भूमि में 6 मिनट में स्प्रे कर देता है। इससे पानी व समय की भी बचत होती है तथा किसान को फसल की 8 से दस प्रतिशत अच्छी पैदावार मिलती है।