अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 ने राष्ट्र ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव के क्राफ्ट और सरस मेले के अंतिम दिन शिल्पकार और कलाकार रुख्सत होने से पहले अपने स्टॉलों और घाटों पर पर्यटकों गर्मजोशी के साथ स्वागत करते नजर आए और जाते-जाते कभी अलविदा ना कहना…अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 अगले वर्ष में फिर मिलेंगे का वादा किया।
यह महोत्सव पूर्ण सुरक्षा और व्यवस्था के बीच सफल आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ। अहम पहलु यह है कि आगामी वर्ष में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में संभावित 11 दिसंबर 2024 के दिन दीपदान कार्यक्रम होगा।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 को यादगार और सफल बनाने के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया कर्मियों और शहर का आम नागरिकों का भरपूर सहयोग मिला। सभी के सांझे प्रयासों से यह महोत्सव सफलता पूर्ण रुप से सम्पन्न हुआ। अब इस महोत्सव ने लोगों के दिलों में अपनी स्थाई पहचान बना ली है।
इस महोत्सव में यह देखने को मिला कि हरियाणा ही नहीं देश के कोने-कोने से लोग शिल्पकला का दीदार करने के लिए पहुंचे है। सोशल साईटस के जरिए इस महोत्सव की झलकियों को दुनिया के कोने-कोने में बैठकर लोगों ने देखा है। इस महोत्सव का लाखों लोगों ने अवलोकन किया।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मसरोवर तट पर 7 दिसंबर से 24 दिसंबर 2023 तक चले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का विधिवत समापन हुआ। महोत्सव में आए शिल्पकार अगले साल फिर से आने का वादा कर रुख्सत हुए। इस उत्सव में देश व प्रदेश के कोने-कोने से सांस्कृतिक कलाकारों व शिल्पकारों ने भाग लिया।
यहां के लोगों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखकर कलाकारों का हौसला बढ़ाया। ठंड का मौसम होने के बावजूद रोजाना पर्यटकों व श्रद्धालुओं ने इस महोत्सव में आकर जमकर खरीददारी की। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश के लाखों पर्यटकों व श्रद्धालुओं ने शिरकत की है।