परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का एक पौराणिक और आध्यात्मिक इतिहास रहा है। इस धरा पर जहां भगवान श्रीकृष्ण ने मोह ग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया वहीं पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों ने मानवता को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया है। इसके साथ-साथ अनेक महान संतों के पैर इस धरा पर पड़े।
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा बुधवार को देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इससे पहले परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, हरियाणा अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन रविंदर सिंह बलियाला, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्घार सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, प्रधान श्याम सुंदर तिवारी, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, यशपाल शर्मा, पृथ्वी नाथ गौतम, आचार्य नरेश, सुरेश दानी, विजय अत्री, प्रवीण गौतम, पूर्णचंद थानेदार, अशोक वत्स, अश्विनी गौतम, प्रवीण गौतम, अशोक शांडिल्य, मुकेश सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रूप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया।
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र धरा के स्मरण मात्र से ही मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ-साथ ब्रह्मसरोवर का भी कुरुक्षेत्र के इतिहास में एक धार्मिक और पौराणिक इतिहास है।
विभिन्न अवसरों पर इस तीर्थ के सरोवर में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया।
परिवहन मंत्री ने फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली सांस्कृतिक संध्या का विधिवत रूप से शुभारंभ किया और कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्घ फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री व उनके ग्रुप ने महाभारत के बर्बरीक के जीवन को नाटक के माध्यम से जीवित करने का अनोखा प्रयास किया।
इस नाटक के माध्यम से कलाकारों ने पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को भी प्रस्तुत किया और लोगों को डांस, ड्रामा और म्यूजिक के अनोखे संगम को देखने का अवसर मिला। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त एवं केडीबी सीईओ अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोशा, एमके मोदगिल, युद्घिष्ठïर बहल, केडीबी के पूर्व सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरुला, सैनी समाज के प्रधान गुरनाम सैनी आदि उपस्थित थे।