अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में महान साधु संत समाज ने मंत्रोच्चारण और शंखनाद की ध्वनि के बीच सांय कालीन आरती का शुभारंभ किया। इस महोत्सव में पहली बार गीता महोत्सव के पहले दिन संत समाज के महान लोगों ने अपने मुबारक हाथों से संध्या कालीन आरती का शुभारंभ किया है। इस आरती में साधु संत समाज के प्रवचनों से ब्रह्मसरोवर की पूरी फिजा भक्ति रस में डूब गई।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में वीरवार को देर सायं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सहयोग से ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांय कालीन आरती का आयोजन किया गया। महोत्सव के पहले दिन डा. स्वामी शाश्वतानंद गिरी महाराज, महंत बंसीपुरी महाराज, संत ज्ञानेश्वर महाराज, संत गुरु भक्त सिंह, महंत विशालदास, संत रोशनपुरी महाराज, साध्वी डा. आनंद सरस्वती सहित अन्य जाने माने संतों और साधु समाज के लोगों ने शंखनाद और मंत्राोच्चारण के बीच संध्या कालीन आरती का शुभारंभ किया।
इस आरती में पहली बार महोत्सव में संत समाज के महान लोगों ने एक साथ मिलकर संध्या कालीन कार्यक्रम का आरती के साथ शुभारंभ किया है। इस कार्यक्रम से पहले केडीबी की तरफ से प्रसिद्ध कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति देकर ब्रह्मसरोवर के वातावरण में भक्ति रस घोल दिया।
ब्रह्मसरोवर की सांय कालीन आरती में पंडित बलराम गौतम, सोमनाथ शर्मा, अनिल गौतम, रोहित कौशिक, रूद्र गौतम ने संत समाज को आरती करवाई और मंत्रोच्चारण का जाप किया। महामंडलेश्वर डा.स्वामी शाश्वतानंद गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मसरोवर की आरती से पर्यावरण शुद्ध होता है।
यह एक आदि भौतिक, आदि दैविक एवं आध्यात्मिक दृष्टिï के साथ-साथ सामाजिक, सांस्कृतिक तथा वैज्ञानिक दृष्टिï से भी एक सिद्ध समग्र एवं समन्वित उपक्रम है। इस मौके पर केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल,केडीबी सदस्य अशोक रोशा, डा. एमके मोदगिल, डा.ऋषिपाल मथाना, युद्घिष्ठïर बहल सहित अन्य अधिकारीगण व सदस्यगण मौजूद थे।