हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका से देश का हर नागरिक परिचित है। हमारी सशस्त्र सेनाओं का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है, जिन्होंने हमारे देश की सेवा करते हुए थल, जल, वायु सेनाओं में जो कुर्बानियां दी हैं, उनके उल्लेख की कोई आवश्यकता नहीं है।
राज्यपाल वीरवार को अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2023 के दौरान मीडिया सेंटर में सशस्त्र सेना झंडा दिवस के उपलक्ष्य में बातचीत कर रहे थे। इसससे पहले सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग की तरफ से राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय को सूबेदार आरआर शर्मा और रविंद्र कौशिक ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस का बैज लगाया।
राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि सशस्त्र सेनाएं शांति के समय में भी हमारे राष्ट्र की रक्षा करते हैं। साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों की मदद में वे जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं उससे भी हम परिचित हैं।
अपने वीर जवानों के लिए हमारा यह कर्तव्य बनता है कि जब वे दूर नव, समुंदर या थल सीमाओं की रक्षा कर रहे हो तो हम उनके परिवारों की देखभाल करें और जिन वीरों ने मातृभूमि की रक्षा और अखंडता के लिए बलिदान दिए हैं उनको व उनके आश्रितों को सहायता उपलब्ध करवाएं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी प्रतिवर्ष की भांति सशस्त्र सेना झंडा दिवस को पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है। हम सभी जानते हैं कि हरियाणा प्रदेश के वीर जवान हमारी सशस्त्र सेनाओं का गौरव है, इसलिए यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम सब इस महान कार्य के लिए उदारतापूर्वक योगदान दें, ताकि इस राशि से भूतपूर्व सैनिकों और सशस्त्र सैनिकों के परिवारों को सहायता व राहत उपलब्ध करवाई जा सके, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा और अखंडता के लिए कुर्बानियां दी हैं।
इस मौके पर थानेसर विधायक सुभाष सुधा, अंबाला मंडल आयुक्त रेणू फुलिया, उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया, एडीसी एवं केडीबी सीईओ अखिल पिलानी, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीथ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।