हरियाणा राज्य दिव्यांगजन आयोग के आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि मानसिक रूप से दिव्यांगजनों को ठीक किया जा सकता है। अगर उन्हें उनकी जरूरत अनुसार सहयोग के साथ-साथ प्यार और अच्छा माहौल दिया जाए।
दिव्यांगजन किसी भी साधारण व्यक्ति से कम नहीं होते। उन्होंने देश के लिए अनेक योगदान देकर सफलता हासिल की है, जिनके अनेक उदाहरण भी मौजूद हैं। हम सभी को मिलकर दिव्यांगजनों के कल्याणार्थ कार्य करने चाहिए ताकि समृद्घ और मजबूत बनाया जा सके।
हरियाणा राज्य दिव्यांगजन आयोग के आयुक्त राजकुमार मक्कड़ स्थानीय पंचायत भवन में नई शिक्षा प्रणाली के तहत 0 से 6 वर्ष के दिव्यांगजनों हेतु आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर, अध्यापकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को दिए गए प्रशिक्षण शिविर के दौरान बोल रहे थे।
उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विशेष बच्चे यानी दिव्यांग बच्चों को स्कूली शिक्षा अच्छी तरह से प्रदान की जाएं। अध्यापकों को चाहिए कि बच्चों को शिक्षा के दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं हो।
प्रशिक्षणार्थियों को सबसे पहले उन दिव्यांगजनों की भाषा को सीखना होगा, तभी वे उन्हें अच्छी तरह से तैयार कर सकते हैं। बच्चे देश का भविष्य होता है और दिव्यांग बच्चों को हमें सामान्य बच्चों के स्तर पर लेकर आना होगा।
हमें उन बच्चों को किसी भी साधारण बच्चों से कम नहीं आंकना चाहिए। भारत सरकार और हरियाणा सरकार द्वारा इन विशेष बच्चों के लिए विभिन्न स्कीमों के माध्यम से लाभ प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों में होने वाले ग्रोथ लेवल और डवलेपमेंट को समय-समय पर चैक करते रहें।
यदि किसी बच्चे में ग्रोथ लेवल की कमी पाई जाती है, तो तुरंत ही उस पर पूरा ध्यान देकर उसका सही ईलाज करवाएं। इस मौके पर डॉ. हेमंत केशवाल, डा. अनुपमा, रैडक्रोस सचिव रामजी लाल, अमितेंद्र के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।