हरियाणा के स्कूल शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि आने वाले एक-दो सालों में हरियाणा में पराली और फसल अवशेषों का एक तिनका भी नहीं जलेगा। इन फसल अवशेषों का प्रबंधन करने का तौर तरीका किसान बखूबी जान चुके है। इन अवशेषों का प्रबंधन करने पर किसानों को प्रति एकड़ 1 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग भी सरकार की तरफ से मुहैया करवाया जा रहा है।
वन मंत्री कंवर पाल सोमवार को द्रोणाचार्य स्टेडियम में हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से आयोजित 3 दिवसीय खेल-कूद प्रतियोगिता के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वन मंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश पराली और फसल अवशेषों का प्रबंधन करने पर देश का सबसे अग्रणी राज्य है।
इस प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से ही किसानों को 85 फीसदी सब्सिडी पर कृषि मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही है। इन मशीनों के माध्यम से किसान फसल अवशेषों का सहजता से प्रबंधन करने में सक्षम हो चुके है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में हरसेक और अन्य संसाधनों के माध्यम से फसल अवशेषों में आग लगाने के महज 1514 मामले ही सामने आए है। यह मामले पिछले सालों की तुलना में कई गुणा कम है।
इस वर्ष किसानों ने फसल अवशेषों का प्रबंधन करने में सरकार का बहुत अधिक सहयोग किया है। इस सहयोग को सरकार कभी भुला नहीं पाएगी और भविष्य में भी उम्मीद है कि किसान इसी तरह फसल प्रबंधन में सरकार का सहयोग करते रहेंगे। इस मौके पर विधायक सुभाष सुधा भी मौजूद थे।