हरियाणा के नूंह कांग्रेस जिला कार्यालय पर रविवार दोपहर कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद और पुन्हाना विधायक मोहम्मद इलियास ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के नूंह में दो दिवसीय कार्यक्रम पर कटाक्ष किया। कहा कि नूंह हिंसा के 80 दिन बाद मुख्यमंत्री को नूंह की याद आई है। इसके अलावा देश के लिए 60 दिन पहले शहीद हुए संगेल के तेजपाल को अब श्रद्धांजलि देने आए हैं।
दो महीने बीत जाने के बाद मुख्यमंत्री अब आंसू पोंछने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा सरकार और प्रशासन की नाकामियों के चलते हुई है। लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें उजाड़ने का काम सरकार ने किया। वहीं, उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने का मुख्यमंत्री के पास समय है, लेकिन मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का निरीक्षण करने का समय नहीं।
कांग्रेस राज में लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया मेडिकल कॉलेज आज प्रदेश सरकार की अनदेखी से डूबने के कगार पर है। विधायक आफताब ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मेवात में यूनिवर्सिटी की मुख्य मांग पर चुप्पी साध लेते हैं। जिससे साफ नजर आता है कि मुख्यमंत्री का मेवात से कोई खास लगाव नहीं है।
विधायक आफताब अहमद ने सवाल पूछा कि पुलिस होमगार्ड के जवान व गुरुग्राम मस्जिद में हिंसा में मारे गए मौलाना के परिजनों से सीएम क्यों नहीं मिले। पीड़ित परिवार को मुआवजे का क्या हुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मेवात के लोगों के साथ न्याय नहीं अन्याय किया। पहले मेवात के सामाजिक भाईचारे को खराब कराने की कोशिश हुई, फिर इलाके के मान-सम्मान पर बुलडोजर चलवाया गया।
हाईकोर्ट संज्ञान नहीं लेता तो हालात और दर्दनाक होते। वहीं, पुन्हाना विधायक चौधरी मौहम्मद इलियास ने भी मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। कहा कि मनोहर लाल का मेवात प्रवास महज अपनी कमियों को पर्दा डालने जैसा था। मेवात के विकास के बजाय मुख्यमंत्री अपनी व सरकार की छवि बचाते नजर आए।
विधायक मोहम्मद इलियास ने कहा कि बेकसूर लोगों पर पुलिस-प्रशासन के अत्याचारों पर भी सीएम मौन समर्थन देते दिखाई दिए।