अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में पिछले 73 दिनों से हड़ताल पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को धरने पर प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवेश झज्जर की अध्यक्षता में अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।
इस दौरान आशाओं ने एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर सीएम द्वारा उनकी कुछ मांगों को पूरा करने पर आभार जताया वहीं स्पष्ट कहा कि 26 हजार वेतन के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। आगामी दिनों में कार्यकारिणी मीटिंग के निर्देशों पर आशा वर्कर्स अपना अगला कदम के लिए तैयार रहेंगी।
शुक्रवार को दादरी के जिला मुख्यालय पर आशा वर्कर्स के धरने पर प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवेश झज्जर पहुंची और सरकार से हुए समझौते व मानदेय बढ़ाने बारे जानकारी दी। इस दौरान आशा वर्कर्स ने सरकार का धन्यवाद करते हुए खुशियां मनाई और कहा कि ये आशाओं की पहली जीत है।
बावजूद इसके वे अपना 26 हजार वेतन व अन्य मांगों को लेकर संघर्षरत रहेंगी। जिला अध्यक्ष प्रेमपती देवी की अध्यक्षता में आशाओं ने कहा कि अढाई महीने से चली आ रही हड़ताल खत्म हो गई है और आशा वर्कर्स अब अपनी ड्यूटी में वापस से शामिल होंगी।
कहा कि सरकार से हमारी मुख्य मांग 26 हजार न्यूनतम वेतन की है सभी कर्मचारियों को पक्के कर्मचारी का दर्जा देने की है। जिस पर सरकार ने अभी सहमति नहीं जताई है उसके लिए हमारा संघर्ष आगे जारी रहेगा।