इंद्री अनाज मंडी में कमर्शियल वाहन के द्वारा धान लेकर आए लेकिन प्रशासन ने उसे अंदर जाने से रोक दिया और गेट पास नही काटा । इसको लेकर किसान खफा हो गए और करनाल यमुनानगर स्टेट हाईवे को मंडी के सामने जाम लगाकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर के नारेबाजी शुरू कर दी है काफी देर के बाद इंद्री के एसडीएम मौके पर पहुंचे जहां पर उन्होंने किसानों को समझाया उसके बाद उसे कमर्शियल वाहन की अंदर इंट्री हो पाई और गेट पास काटा गया।
आपको बता दें कि इंद्री अनाज मंडी में धान की सही खरीद ना होने व छोटे वाहनों पर धान लेकर आने पर रोक लगने से परेशान किसानों व व्यापारियों ने करनाल यमुनानगर मार्ग पर पर जाम लगा दिया ओर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
किसानों ने लगभग आधा घंटा जाम लगाया। एसड़ीएम ने आकर किसानों की समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया जिसके बाद किसानों ने जाम को खोल दिया। इस बारे में जानकारी देते हुए किसान नेता रामपाल चहल ने कहा कि मंडी में किसानों को जीरी का पूरा दाम नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार रोजाना नए नए कानून लेकर आ रही है ।
आज मंड़ी में छोटे वाहनों पर जीरी लेकर आने वाले किसानों पर रोक लगा दी है जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि छोटा किसान पूरी ट्राली लेकर नहीं आ सकता है लेकिन सरकार किसानों की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। जब एक किसान का पोर्टल हो रहा है तो उसपर रोक लगाना ठीक नहीं है। व्यापारी बालकृष्ण लांबा ने कहा कि सरकार किसानों को बिना वजह से परेशान कर रही है। छोटे वाहनों पर जीरी लाने पर रोक लगाना ठीक नहीं है।
मंडी प्रधान महिन्द्र त्यागी ने कहा कि छोटा किसान बडी ट्राली पर जीरी लेकर नहीं आ सकता है। इस पर अगर वो छोटे वाहन पर अपनी फसल लेकर आता है तो उसपर रोक लगाना उचित नहीं है। इस पर नाराज होकर किसानों ने जाम लगा दिया है। उन्होंने बताया कि एसडीएम ने आकर किसानों की बात को सुनकर उसका हल निाकलने का आश्वासन दिया है जिसके बाद जाम खोल दिया गया है।
वहीं एसड़ीएम अशोक कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा कमर्शियल वाहनों पर धान लेकर आने पर रोक लगाई हुई है। किसान मंडी में धान केवल ट्राली पर ही ला जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की बात को सुनकर उसका हल निकाल दिया है जिसके बाद से जाम को खोल दिया गया है।