डाक विभाग द्वारा ग्रामीण डाक सेवकों के खाली पदों पर अस्थाई कर्मचारियों के द्वारा दी जाने वाली सेवाएं बन्द करने पर शाखा डाक घरों का कार्य बूरी तरह से प्रभावित हो गया है। और आम जनमानस के सामने भी एक बहुत बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है।
गोपाल कृष्ण धीमान, जिला अध्यक्ष भारतीय मज़दूर संघ ने बताया कि एक शाखा डाक घर के साथ कई-कई गांव लगते हैं। जहाँ दो या तीन व्यक्ति कार्य करते थे खाली पदों के कारण वहां अब एक ही व्यक्ति कार्य करेगा ।
उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन कुमार जी ने बताया एक कर्मचारी का कार्य लगभग चार या पांच घंटे का होता है। ऐसे में वह व्यक्ति कब लेखा कार्यालय से डाक लेकर आएगा कब साथ लगते कई-कई गावों की डाक बांटेगा व कब कार्यालय मे बैठकर पैन्शन व अन्य कार्य करेगा। गावों के साथ-साथ शहरों का डाक वितरण व अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहा है। शहरों में खाली पदों पर भी व्यवस्था यहीं से की जाती थी।
भारतीय मज़दूर संघ यह मांग करता है कि जब तक खाली पड़े पदों पर स्थाई नियुक्तियां नहीं की जाती तब तक स्थानापन्न व्यवस्था (आउटसोर्सिंग) बन्द न की जाए।