हरियाणा के कैथल में भी रक्षाबंधन पर्व पर शुरू हुई महिलाओं की निशुल्क बस यात्रा बुधवार को भी जारी रही।
इस दौरान महिलाओं को निशुल्क यात्रा करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। क्योंकि सोसाइटी बस संचालकों की मनमानी जारी रही। कई बस संचालकों ने अपनी बसों को निर्धारित रूट और तय समय पर चलाया ही नहीं।
रक्षाबंधन पर बस स्टैंड पर सुबह से ही महिलाओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। दूसरे दिन दोपहर के समय बसों का संचालन कम रहा। इस कारण केवल महिलाओं ही नहीं, बल्कि दूसरे यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
पहले दिन बस स्टैंड पर हुई चोरी की घटना को बस स्टैंड पर सुरक्षा बढ़ाई गई थी। इस दौरान बस स्टैंड पर डायल 112 व दो राइडर को तैनात किया गया था।
महिलाओं के निशुल्क यात्रा को लेकर रोडवेज ने 176 बसों को रूटों पर उतारा था। बसों के संचालन के तहत 30 अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
बस में यात्रा करने वाले महिला कविता ने बताया कि निशुल्क यात्रा का फैसला सराहनीय है।
बसों की कमी के कारण यह सुविधा समस्या बन रही है। महिला सीमा ने कहा कि महिलाओं की निशुल्क यात्रा के दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा।
इस दौरान कई निजी बस संचालकों ने अपनी मनमानी की। इस दौरान कई निजी बस संचालकों ने तो किराया लिया। जिससे महिलाओं का इसका फायदा ही नहीं मिल सका।
रोडवेज महाप्रबंधक अजय गर्ग ने कहा कि महिलाओं को 36 घंटे तक दी गई निशुल्क यात्रा की सुविधा के दौरान व्यवस्था की गई थी।
कैथल डिपो की सभी 176 बसें रूटों पर रही। इसके लिए कुल 30 अतिरिक्त कर्मचारी भी लगाए गए थे।