अब प्रदेश की नदियां प्रदूषण रहित होंगी, इसको लेकर अब सरकार ने अहम कदम उठाने शुरू कर दिए है। वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवरपाल ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि नदियों में बढ़ते पॉल्युशन को लेकर हर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर वहां से गुजरने वाली मुख्य नदियों में बढ़ते पॉल्युशन और उसे कैसे खत्म कर सकते है इसको लेकर समीक्षा की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इसी को लेकर अम्बाला और करनाल के पॉल्युशन विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की है। इस बैठक में अम्बाला की प्रमुख नदी घग्घर और करनाल की प्रमुख नदी यमुना में बढ़ रहे पॉल्युशन पर विस्तार से चर्चा की गई है, कैसे हम वाटर पॉल्युशन को कम कर सकते है अब तक उसमें कितना सुधार आया है और कितना सुधार आना चाहिए, उसकी क्या गति रहनी चाहिए, जो टारगेट हमने लिया था क्या वो पूरा हुआ या नहीं, उसमें और क्या काम करने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि जहां एसटीपी की जरूरत है वहां एसटीपी लगाई जाए, जहां सीटीपी की जरूरत है उसे जल्द से जल्द लगाया जाए, हमने 2025 तक का टारगेट रखा है कि हम 2025 तक नदियों का जल निर्मल कर देंगे और जो पीने लायक होगा।
इस दिशा में हम कहां तक पहुंचे है इसी पर अधिकारियों के साथ समीक्षा की है। उन्होंने बताया कि अभी अम्बाला और करनाल जिले की नदियों के पॉल्युशन पर चर्चा की है इसी तरह हम अन्य 2 जिलों की समीक्षा करेंगे, निश्चित तौर से हमारा पूरा प्रयास रहेगा जहां-जहां नदियों में दूषित पानी जा रहा है वहां सीटीपी लगे, कहीं भी गंदा पानी न जाये।
उन्होंने बताया कि इस दिशा में हम एक और प्रयास करेंगे फिलहाल हमारा यह सुझाव है कि हमारे जो पूजा पाठ करने वाले लोग हैं हम उनसे भी मिलेंगे, जो कुछ चीजें नदियों में डालते हैं, पहले समय में आबादी बहुत कम होती थी और नदियों में सामान डालने वालों की संख्या भी कम थी, क्योंकि अगर इस प्रकार का व्यवहार हम करेंगे तो बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी, इसके लिए हम लोगों को जागरूक करने के लिए उनका भी सहयोग लेंगे।
उन्होंने बताया कि पूजा पाठ में जिनकी अहम भूमिका होती है, वह भी हमारा इसमें सहयोग करेंगे, इस प्रकार से नदियों में कुछ भी न डाला जाए क्योंकि वह भी पॉल्युशन का एक बड़ा कारण बनता है। उन्होंने बताया कि बड़े कारणों पर विभाग काम कर ही रहा है लेकिन जो छोटे कारण है उस पर भी हमारा प्रयास रहेगा और जब सब मिलजुलकर सहयोग करेंगे तो जरूर हमें सफलता मिलेगी।