हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि पीजीआईएमएस, रोहतक में लीवर और किडनी ट्रांसप्लांट जल्द शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार की कोशिश की जा रही है और वह चाहते हैं कि तकलीफ आने पर हरियाणा के नागरिकों को हरियाणा से बाहर न जाना पड़े।
श्री विज गत देर सांय जीटी रोड पर वेस्टर्न कंट्री वुड रिजॉर्ट में दैनिक जागरण समाचार पत्र द्वारा आयोजित चिकित्सक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थितजनों को संबोधन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द प्रदेश की हर पीएचसी तक ईसीजी और एक्सरे की सुविधा प्रदान की जाएगी।
हरियाणा देश का प्रथम राज्य है जहां स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मैपिंग कराई जा रही है। आज तक स्वास्थ्य सेवाएं डिमांड बेस रही है मगर वह चाहते हैं कि जहां आवश्यकता है वहां उस अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं दी जाए।
इसलिए मैपिंग के लिए एजेंसी कार्य कर रही है और डब्ल्यूएचओ के मापदंडों के अनुसार किस स्थान पर कितने बिस्तरों वाला अस्पताल, सुविधा, डाक्टर इत्यादि की जानकारी एकत्रित किया जाएगा, जोकि देश में पहली बार होने जा रहा है।
इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि हरियाणा के हर जिले में हम एक मेडिकल कालेज बनाने का कार्य किया जा रहा है और छह जिलों में नए कालेज बन कर तैयार हो रहे है, बाकि जिलों में कालेज बनाने काम किया जा रहा है।
आज सरकारी अस्पताल में हो रहा दिल का ईलाज, बेहतर दवाएं मरीजो को दी जा रही : विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में स्वास्थ्य का बजट पहले 1600 करोड़ रुपए था और आज इसका बजट छह गुणा ज्यादा 9 हजार 600 करोड़ रुपए बजट है। सरकारी अस्पतालों में सिटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड की सुविधा मुहैया करवाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि कभी किसी ने सोचा नहीं होगा कि सिविल अस्पताल में आज दिल का भी ईलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब वह स्वास्थ्य मंत्री बने तो उनसे पहले सरकारी क्षेत्र में नीली व पीली गोलियां मिलती थी, उन्होंने आकर सिद्वांत बनाया कि अस्पतालों में डब्ल्यूएचओ जीएमपी मान्यता प्राप्त दवाई ही सरकारी अस्पताल में देंगे और यूएस एफडीए द्वारा सर्टिफाइड उपकरण लगेंगे। हमारे इन दो निर्णय से सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों में काफी सुधार हुआ है और आज बेहतर दवाएं अस्पतालों में मरीजों को प्रदान की जा रही है।
श्री विज ने कहा कि पहले इम्पेनेल्मेंट सिफारिश के आधार पर होती थी, मगर उन्होंने एनएबीएच सर्टिफाईड अस्पतालों को इम्पेनेल्मेंट करने का निर्णय लिया। इस निर्णय से आज हरियाणा के 600 अस्पताल एनएबीएच सर्टिफाईड हो गए हैं, और 500 के करीब अस्पताल इम्पेनेल्मेंट है जो एनएबीएच सर्टिफाइड है। सिविल अस्पतालों को भी एनक्वास सर्टिफाइड कराना शुरू कर दिया गया है।