राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुपालन एवं डेयरी विभाग व हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड की ओर से नया उद्यम लगाने पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। इसमें पशुपालन से संबंधित विभिन्न प्रकार के उद्यम शामिल हैं।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रेम सिहं ने बताया कि मुर्गी, भेड़, सुअर पालन या चारे संबंधी कोई उद्योग खड़ा करना चाहते हैं, तो सरकार इस काम में बड़ी मदद कर रही है। यह मदद राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत दी जा रही है। इसमें आवेदक को लागत का 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन केन्द्र सरकार की ओर से लागू की गई योजना है। इसमें दिया जाने वाला अनुदान दो बराबर किश्तों में दिया जाता है। वहीं, अनुदान की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपए से 50 लाख रुपए तक है। यह सब्सिडी मुर्गीपालन, भेड़, बकरी पालन, सुअर पालन एवं चारा उद्यम स्थापित करने के लिए दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के अंतर्गत उद्यम विकास के तहत प्रदेश में पशुपालन के क्षेत्र में न केवल युवा बल्कि महिलाएं भी स्वरोजगार के क्षेत्र में विशेष रूचि ले रही हैं, राज्य में पशुपालन के क्षेत्र में सकारात्मक परिस्थितियों के चलते अन्य राज्यों के बिजनेसमैन भी राज्य में यूनिट लगाना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार चाहती है कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिले और प्रदेश में उन्नत पशुधन में वृद्धि करने का कार्य कर सकें। इसके लिए सरकार हर संभव जरूरी कदम उठा रही है।
उन्होंने बताया कि पशुपालन के क्षेत्र में विकसित होते उद्यम से राज्य में पशुपालक सशक्त हो रहे हैं, साथ ही इससे किसानों और पशुपालकों की आय में भी बढ़ोतरी हो रही है, पशुपालकों की ओर से बकरी पालन, भेड़ पालन के साथ मुर्गी पालन जैसे क्षेत्रों में उद्यम स्थापित करने के लिए बड़ी संख्या में लोग रूचि ले रहे हैं।