हरियाणा के नूंह में ब्रज मंडल यात्रा पर हुए पथराव के बाद भड़की हिंसा ने फतेहाबाद के एक घर का चिराग बुझा दिया। दंगे ने मां- बाप से जहां इकलौता बेटा छीन लिया, वहीं दो बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया।
उपद्रवियों ने पत्नी के माथे का सिंदूर भी मिटा दिया। हिंसा में मारा गया होमगार्ड जवान गुरसेवक सिंह फतेहाबाद के टोहाना खंड के गांव फतेहपुरी का रहने वाला था।
32 वर्षीय गुरसेवक सिंह 10 वर्ष पहले होमगार्ड लगा था और अब फतेहाबाद जिले में ही तैनात था। 7 जुलाई को ही उसे अस्थायी रूप से गुरुग्राम तैनात किया गया था। या यूं कहें कि मृत्यु उसे वहां ले गई थी।
वहां पर खेड़की दौला थाना में गुरसेवक सिंह की पोस्टिंग हुई थी और कल वह पुलिस टीम के साथ गुरुग्राम से मेवात जा रहा था कि उपद्रवियों ने गाड़ी पर पथराव व फायरिंग कर दी थी। इस घटना में दो होमगार्ड जवानों की जान चली गई थी, जिनमें से एक गुरसेवक था।
गंभीर हालत में घायल गुरसेवक को सोहना के सर्वा अस्पताल में दाखिल कराया गया था, लेकिन बाद में उसने दम तोड़ दिया था। गुरसेवक सिंह के पिता साहसी सिंह खेती बाड़ी करते हैं।
कुछ वर्ष पहले गुरसेवक का विवाह पंजाब के मुनक क्षेत्र में हुआ था और वह पीछे दो बच्चे छोड़ गया है। जिनमें 6 वर्ष की मासूम बेटी व 4 वर्ष का बेटा है।