हरियाणा स्कूल शिक्षा निदेशालय ने ग्रीष्म ऋतु के दौरान विद्यार्थियों को लू तथा गर्मी से बचाने हेतु शिक्षा अधिकारियों और स्कूल मुखियाओं को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं, जिनका सभी सरकारी व निजी विद्यालयों को पालन करना होगा।
उन्होंने ने जिला शिक्षा अधिकारी को जिला के सभी विद्यालयों में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय शिक्षा निदेशालय की तरफ से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों तथा खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजी गयी गाइडलाइन में कहा गया है कि तापमान लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
विद्यालय संचालकों को इन बातों का रखना होगा ध्यान-
1. किसी भी अवस्था में विद्यार्थियों को खुली धूप में न बैठाया जाए।
2. किसी भी प्रकार का कार्यक्रम, आयोजन खुली धूप में न किया जाए।
3. विद्यार्थियों के लिए साफ पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा प्रत्येक घंटे के अंतराल पर पानी पीने के लिए एक घंटी बजाई जाए ताकि विद्यार्थी समयानुसार पानी पीने जा सकें।
4. विद्यालयों में उपलब्ध रेडक्रॉस फंड में से लू से बचाव आदि के लिए ओआरएस पैकेट की व्यवस्था की जाए।
5. सभी विद्यार्थियों के साथ गर्मी से बचने के उपायों पर चर्चा की जाए तथा व्यापक जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। परामर्श हेतु आयुष विभाग से संपर्क किया जा सकता है।
6. किसी भी आपात स्थिति के संदर्भ में स्थानीय अस्पताल में संपर्क की व्यवस्था की जाए तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें।
7. खिडक़ी को रिफ्लेक्टर जैसे एल्यूमीनियम पन्नी गत्ते इत्यादि से ढक कर रखें ताकि बाहर की गर्मी को अंदर आने से रोका जा सके।
8. उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आती हैं, पर्दे लगाकर रखा जाए।
9. स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें।
10. बच्चों व पालतू जानवरों को कभी भी बंद वाहन में अकेला न छोड़ें।
11. जहां तक संभव हो सूर्य के संपर्क से बचें।
12. सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर रहें।
13. संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें।
14. घर से बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढक कर रखें।