चंडीगढ़/समृद्धि पराशर: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जनमानस को बिजली, पानी, सडक़, चिकित्सा व स्वास्थ्य आदि मूलभूत सेवाएं उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। सड़कों के नवनिर्माण के लिए प्रदेश की सभी विधानसभाओं में 25-25 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। सड़कों के जीर्णोद्वारा का कार्य और तेज गति से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज महेन्द्रगढ़ के गांव बवानिया में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाएं, बीपीएल कार्ड, आयुष्मान योजना, वोटर कार्ड आदि लगभग सभी योजनाएं पीपीपी के साथ में जोड़ दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कर रही है। अधिकतर सेवाएं ऑनलाईन होने से लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। इसलिए इस गांव में भी यदि किसी का परिवार पहचान पत्र नहीं बना है, तो वे तुरंत बनाएं। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्य के लिए गांव में शिविर लगाया जाए।
आयुष्मान योजना अंत्योदय परिवारों के लिए साबित हो रही जीवनदायिनी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आयुष्मान और चिरायु हरियाणा योजना के बारे फीडबैक लिया तो उपस्थित लोगों ने कहा कि ये योजनाएं अंत्योदय परिवारों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही हैं। एक लाभार्थी राजबीर ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने चिरायु योजना के माध्यम से अपना इलाज करवाया है, यदि उनके पास चिरायु कार्ड नहीं होता तो यह ऑपरेशन करवाना उसके लिए असंभव था। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि गांव बवानिया के 55 लोगों ने अब तक चिरायु कार्ड के तहत विभिन्न बीमारियों का उपचार करवाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार मेरिट व पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियां दे रही है। गांव बवानिया में 120 युवाओं को नौकरी मिल चुकी हैं। इसी प्रकार से परिवार पहचान पत्र के आधार पर 446 लोगों को पेंशन मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं से किया स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वरोजगार अपनाने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान मौजूद महिलाओं से भी संवाद किया और आह्वान किया कि वे स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वरोजगार अपनाएं। उन्होंने कहा कि गांव खुडाना में करीब एक हजार 86 एकड़ में बनने वाले आईएमटी के आस-पास सिलाई केंद्र, मोटे अनाज के उत्पाद आचार व अन्य लघु उद्योगों की अपार संभावनाएं हैं। महिलाएं स्वयं सहायता समूह बनाकर इसका लाभ उठा सकती हैं। इस दौरान गांव बवाना की एक महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि गांव में 12 स्वयं सहायता समूह हैं, जिससे 114 परिवार जुड़े हुए हैं।
बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया। 6 छात्रों में से 5 छात्राएं देखकर मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान सफल हो रहा है। आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न दिव्यांगजनो को व्हीलचेयर वितरित की।
इस अवसर पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद धर्मबीर सिंह व पूर्व शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।