हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का जनता दरबार बेशक कुछ दिनों से नहीं लग रहा, मगर उनके आवास पर प्रदेश के कोने-कोने से आने वाले फरियादियों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है और हजारों लोग उनके आवास पर पहुंच रहे हैं।
ऑन-स्पॉट फैसले लेने के लिए प्रसिद्ध गृह मंत्री अनिल विज से न्याय की आस लेकर शनिवार को भी भारी संख्या में फरियादी उनके आवास पर पहुंचे। विज ने सभी लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए।
वहीं, पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पहले वह जनता दरबार लगाते थे, अब मुख्यमंत्री जी ने सभी जिलों के डीसी व एसपी को जनता दरबार लगाने के लिए कहा है। मगर उनके आवास पर जनता की भीड़ बढ़ रही है और अब उनके लिए काफी मुश्किल हो गया है, उनके सारे कार्यक्रम इस कारण प्रभावित तक हो रहे हैं।
उन्होंने लोगों से प्रार्थना करते हुए कहा कि जनता पहले अपने जिलों के डीसी व एसपी के पास जाए, अगर वहां उनकी कोई संतुष्टि न हो तो उनके दरवाजे खुले हुए हैं इसलिए जनता पहले अपने स्तर पर कोशिश करे।
इधर, आज गृह मंत्री अनिल विज ने अपने आवास पर प्रदेश के कोने-कोने से आए फरियादियों की शिकायतों को सुना और कार्रवाई के दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए। इस दौरान कई जिलों के पुलिस अधिकारियों को फोन कर कार्यवाही ने होने पर फटकार भी लगाई।
अम्बाला छावनी के बंगाली मोहल्ले से आए फरियादी ने गृह मंत्री अनिल विज को फरियाद देते हुए कहा कि पड़ोसी ने अपना मकान तुड़वाया और साथ ही उसका भी तोड़ दिया। इस कारण उसे नुक्सान हुआ। उसका आरोप था कि पड़ोसी ने गुंडे भी बुलाए है जो उसे धमका रहे हैं। गृह मंत्री विज ने कहा कि “बदमाशों का ईलाज अनिल विज करता है और उन्हें किसी ने डरने की जरूरत नहीं है”। मंत्री विज ने एसपी को मामले में तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रदेश के कैथल, चरखी-दादरी, करनाल एवं अन्य जिलों से कबूतरबाजी के मामले गृह मंत्री अनिल विज के सामने आए जिनमें मंत्री विज ने मामलों को जांच के लिए आईजी अम्बाला रेंज की अध्यक्षता में गठित एसआईटी को जांच हेतु भेजा।
अम्बाला निवासी विवाहिता महिला ने गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत देते हुए कहा कि ससुराल पक्ष द्वारा उसके खिलाफ गलत केस दर्ज कराया है और महेशनगर थाना में महिला पुलिस अधिकारी ने उसे थप्पड़ भी मारा। इससे खफा हुए मंत्री अनिल विज ने तुरंत एसएचओ महेशनगर को फटकार लगाई और मामले में निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए।