ओपी चौटाला ने सोनीपत में पहुंचकर कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की है और मीटिंग के उपरांत उन्होंने रतनलाल कटारिया के देहांत को लेकर कहा हम केवल राजनीतिक नहीं हैं सामाजिक भी हैं… हम दुख सुख में एक दूसरे के भागीदारी रहे हैं…
ओपी चौटाला ने कहा कर्णम मल्लेश्वरी कांस्य पदक विजेता थी, और देश की भूमि पर पहुंचने पर उसे ₹2500000 दिए गए थे और आज उसी का परिणाम है कि अंतरराष्ट्रीय पटल पर कहीं भी कोई प्रतियोगिता होती है तो सबसे पहले गोल्ड, सिल्वर और कांस्य पदक के हमारे देश के खिलाड़ी लेकर आते हैं।
वही ओपी चौटाला ने कहा कि हमारा किसी के साथ कोई राजनीतिक द्वेष नहीं है और हमारा किसी के साथ राजनीतिक विरोध भी नहीं है वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जो द्वेष को छोड़कर प्रदेश हित में काम करेगा उसका समर्थन करेंगे। सरकार से आज देश का प्रत्येक नागरिक के सरकार से दुखी है परेशान है।
वही ऑफिस चौटाला ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि आज देश के ऊपर लाखों करोड़ों रुपए का कर्ज है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि आज ऐसे हालात है कि कर्मचारियों की तनख्वाह देने के लिए भी कर्ज लेना पड़ता है। वहीं उन्होंने कहा कि आज जो भी बच्चा पैदा होगा उसके सिर पर हजारों करोड रुपए कर्ज होंगे।