हरियाणा में CBI जज सुधीर परमार करप्शन केस में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की FIR में कई बड़े खुलासे सामने आए हैं। ACB की FIR में परमार और अज्ञात व्यक्ति के साथ हुई 3 ऑडियो रिकॉर्डिंग का जिक्र किया गया है।
इसमें परमार की ओर से आरोपियों की मदद के लिए 5 से 7 करोड़ रुपए रिश्वत की मांग की गई है। FIR में इससे जुड़े सभी सबूत और दस्तावेजों को शामिल किया गया है।
ACB ने 17 अप्रैल को कथित आपराधिक और एक लोक सेवक को रिश्वत देने से संबंधित अपराध के लिए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत के जज सुधीर परमार पर भ्रष्टाचार का आरोप है। इन्हीं आरोपों को मद्देनजर रखते हुए उन्हें सस्पेंड किया गया है। जज सुधीर परमार को सस्पेंड करने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगी थी।
इससे कुछ दिन पहले ACB की टीम ने सुधीर परमार के आवास पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान एसीबी को भ्रष्टाचार से संबंधित सबूत मिले थे। छापेमारी के दौरान मिली चीजों और साक्ष्यों की जानकारी एसीबी ने हाईकोर्ट को एक रिपोर्ट के माध्यम से सौंपी थी।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट इस रिपोर्ट का गंभीरता से अध्ययन करने के बाद इस कार्रवाई के नतीजे तक पहुंचा और सुधीर परमार को निलंबित करने का फैसला लिया गया।