हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने आज राज्य की सभी नर्सेज को ‘इंटरनेशनल नर्सेज दिवस’ के अवसर पर शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर उन्होंने सभी नर्सेज को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नर्सों की भूमिका स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत अहम है क्योंकि डॉक्टर अपना काम करते हुए बीमारी का पता लगाकर मरीजों का इलाज करते है लेकिन मरीज की देखभाल नर्सेज करती हैं और उस देखभाल के बिना मरीज बिल्कुल निराश और हताश हो जाते हैं।
शुक्रवार दोपहर अंबाला शहर के फिलाडेल्फिया हॉस्पिटल, स्कूल ऑफ़ नर्सिंग की छात्राएं, एवं नर्सिंग स्टाफ हॉस्पिटल निदेशक डॉ. सुनील सादिक़ के नेतृत्व में अंबाला स्थित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विज के आवास पर पहुंचे एवं नर्सेज की उपयोगिता विषय पर एक भाव विभोर करती हुई लघु नाटिका प्रस्तुत की। इस नाटिका की वहां उपस्थित सभी गणमान्य ने प्रशंसा की।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि “मैंने देखा है कोविड-19 के दोरान लोग डर-डर के दूर भागते थे लेकिन नर्सों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए उस वक्त लोगों की देखभाल की है। उन्होंने कहा कि कोविड के समय अज्ञात शत्रु ने मानव जाति पर हमला किया था, जिसका रंग रूप और शक्ल, साइज का पता नहीं था। उस समय केवल सेवा भाव से नर्सेज न मरीजों को ठीक किया और उस अज्ञात दुश्मन के खिलाफ आप लोगों ने लड़ाई लड़ी।
श्री विज ने कहा कि मानव जाति ईश्वर की सर्वोच्च कृति है परंतु फिर भी कुछ लोगों को जन्म से ही बीमारियां मिलती है कुछ जिंदगी में आवागमन करते हुए बीमारियां मिल जाती है। उन्होंने कहा कि यह जो परमात्मा ने मनुष्य बनाया है यह ठीक-ठाक चलता रहे, तो ठीक रहता है, अगर इसमें कुछ व्यवधान या कुछ बीमारियां या कुछ दिक्कतें आ जाए, तो जिंदगी बोझ बन जाती है।
इस बोझ को हल्का करने और खत्म करने के लिए नर्सेज दिन-रात एक कार्य करती है। मरीज को ठीक करने का काम करती हैं ताकि मरीज ठीक होकर अपने घरों को वापिस जा सकें।
उल्लेखनीय है कि मॉडर्न नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जिन्हे लेडी विथ द लैंप के नाम से भी जाना जाता है उनके जन्मदिवस पर इंटरनेशनल नर्सेज डे मनाया जाता है।