पिछड़ा वर्ग (ए) को आठ प्रतिशत आरक्षण देने से शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में प्रदेश में पिछड़ा वर्ग ए के लगभग 300 पार्षद व आठ चेयरमैन बनेंगे। पिछड़ा वर्ग ए को आरक्षण देकर मुख्यमंत्री ने अंतिम पायदान की बिरादरियों को सम्मान करने का काम किया है।
यह बात मेयर मदन चौहान ने मंगलवार को मेयर हाउस पर हुई पत्रकारवार्ता के दौरान कहें। इस दौरान पिछड़ा वर्ग ए को आरक्षण देने पर उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया और मिठाई बांटकर खुशी जताई।
मेयर चौहान ने कहा कि जब से मनोहर लाल हरियाणा के मुख्यमंत्री बने है, वह अंतिम व्यक्ति की चिंता करते हुए उसकी सेवा में लगे हुए है। अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं कैसे पहुंच सकती है। इसमें जुटे हुए है। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है। जहां सरकार ने आधी आबादी के चिरायु कार्ड बना दिए है। आधी जनसंख्या को आयुष्मान चिरायु कार्ड देना अपने आप में बहुत बड़ी योजना है।
मेयर चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अंतिम व्यक्ति की चिंता करते हुए पंचायती राज चुनाव की तरह अब शहरी स्थानीय निकाय में भी पिछड़ा वर्ग ए को आठ प्रतिशत आरक्षण दिया है। इससे पिछड़ा वर्ग ए के जिन लोगों की राजनीतिक क्षेत्र में वोटिंग के अलावा सत्ता में कोई भागीदारी नहीं थी, उनको सत्ता में भी आठ प्रतिशत भागीदारी देकर मुख्यमंत्री ने न केवल उनका राजनीतिक स्तर बढ़ाया, बल्कि सामाजिक स्तर भी बढ़ाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में अब शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव होने है। आठ प्रतिशत आरक्षण के हिसाब से शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव में प्रदेश के पिछड़ा वर्ग ए के लगभग 300 पार्षद चुने जाएंगे। वहीं, पिछड़ा वर्ग के आठ चेयरमैन बनेंगे। पिछड़ा वर्ग ए के आठ चेयरमैन व 300 पार्षद चुने जाने से अंतिम व्यक्ति का विकास होगा।
पिछड़ा वर्ग ए को आरक्षण देकर मुख्यमंत्री ने अंतिम पायदान की बिरादरियों को सम्मान करने का काम किया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) न्यायमूर्ति दर्शन सिंह की अध्यक्षता में गठित आयोग ने पिछड़े वर्गों के नागरिकों के राजनीतिक पिछड़ेपन का आकलन करने के लिए गहन जांच की। जिसके बाद इन्होंने इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सौपी थी।