जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में अब उनके कोच भी आने शुरू हो गए हैं। धरने पर बैठे पहलवान बजरंग पुनिया की कोच विरेंद्र छारा ने कहा कि खिलाड़ियों के साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है और दोषी बृजभूषण शरण के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण को उनके तानाशाही रवैया व महिला पहलवानों के साथ किए गए उत्पीड़न के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। वरिंद्र कोच ने कहा कि पहलवान किसी जाति विशेष का नहीं होता बल्कि सभी जाति व धर्म के पहलवान अखाड़ा में आकर प्रैक्टिस करते हैं।
उन्होंने कहा कि पहलवान लगातार जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं और न्याय की मांग कर रही हैं पहले भी पहलवान यह सोच कर धरना समाप्त कर गए थे कि शायद उन्हें न्याय मिलेगा और उनकी प्रैक्टिस पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।नलेकिन अब उन्हें जब दोबारा न्याय की उम्मीद नजर नहीं आए तो वह धरने पर बैठ गए। लेकिन उनके साथ न्याय तो दूर बदसलूकी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पहलवान राजनीति नहीं करते बल्कि उनका ध्यान देश के लिए पदक लाने में होता है। यदि ऐसे ही पहलवानों का ध्यान भटकाया जाता रहा तो पहलवानों की प्रैक्टिस पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण लगातार पहलवानों के साथ बदतमीजी करते आए हैं और तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाकर भेदभाव भी किया जाता रहा है। यहां तक की जो कुश्ती लीग हुआ करती थी उन पर भी रोक लगा रखी है और जितना भी पैसा सरकार से पहलवानों के लिए आता है वह पहलवानों तक नहीं पहुंचता बल्कि बृजभूषण शरण उसे अपने स्कूलों मैं लगा लेते हैं यहां तक कि पहलवानों के कोच के साथ भी भेदभाव किया जाता है।