हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि मोटा अनाज हमारी सात हजार वर्ष पुरानी भोजनशैली का हिस्सा था और आज समय वापस उसी शैली पर लौटने का है। विशेषज्ञों के अनुसार यदि हम मोटे अनाज के आहार पर आ जाए तो कई बीमारियों से हमें छुटकारा मिल सकेगा और हमारा मेडिकल बिल खत्म होगा।
विज आज अम्बाला छावनी के आर्य गर्ल्स कालेज में पहली बार आयोजित “मोटा अनाज मेला” के आयोजन पर बतौर मुख्यतिथि संबोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर समूचा विश्व इस वर्ष को मिलिट (मोटा अनाज) वर्ष के तौर पर मना रहा है।
कालेज के प्रयासों की सराहना करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें यकीन है कि मोटे अनाज के प्रचार के लिए आर्य कालेज से उठी लहर पूरे हरियाणा में जाएगी और हम वापस इसी खाने पर लौटेंगे। इससे पहले, कालेज परिसर में पहुंचने पर गृह मंत्री अनिल विज का कालेज प्रिंसिपल अनुपमा आर्य एवं अन्य द्वारा स्वागत किया गया।
गृह मंत्री विज ने मोटे अनाज से निर्मित खाद्य वस्तुओं के स्टॉलों का अवलोकन किया और इन्हें चखा। उन्होंने काॅलेज की पंजाबी विभागाध्यक्ष डाॅ. रेखा वासु की पुस्तक ‘‘मसीह मुसाफर दी यात्रा’’ पुस्तक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर भाजपा नेता संजीव वालिया, सुरेंद्र तिवारी, दीपक भसीन के अलावा अंजलि वधावन एवं बड़ी संख्या में कालेज विद्यार्थी मौजूद रहे।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमारी पुरानी पद्धति में शामिल मोटे अनाज ने ही हमें जीवित और बचाकर रखा। इस अनाज में क्षमता है, वह शरीर को सभी पोषक तत्व प्रदान करती है जिसकी मनुष्य को आवश्यकता होती है। इसमें ज्वार, बाजरा, रागी व अन्य वस्तुएं है।
इस रास्ते पर दुनिया को ले जाने क प्रयास किया जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद सभी को इसमें जुटना होगा। संसद में प्रधानमंत्री जी ने सभी सांसदों को और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने सभी विधायकों को विधानसभा सत्र में भोजन में मोटा अनाज देकर एक शुरूआत की है।
हमारे दूरदर्शी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हर क्षेत्र में देश को सक्षम बनाने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने यूएनओ में इसे उठाकर और 2023 को मोटा अनाज वर्ष के रूप मनाने के लिए मंजूर करवाया और 72 देशों ने हमारे प्रधानमंत्री जी की लोकप्रियता को देखते हुए इसे मंजूरी दी। आज यह वर्ष मोटा अनाज वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है।