सरकार ने किसानो से अपील करते हुए कहा कि फसली सीजन में किसानों को साईबर अपराधियों से बचने की आवश्यकता, साईबर ठग किसी भी अनाज की खरीद/फरोख्त अथवा अनाज के बीज की किस्म व दवाई की आड़ में बना सकते है ठगी का शिकार।
साईबर ठगों से बचने के लिए सर्तकता व सावधानी ही एकमात्र उपाय है। व्हटसप/ईमेल पर आने वाले किसी भी सन्दिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और रूपयों का लेनदेन या खरीद/फरोख्त करते समय सावधानी बरतें, बैंक से सम्बन्धित जानकारी किसी अनजान के साथ सांझा न करें। ऐसा करने से आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हंै।
पुलिस अधीक्षक अम्बाला ने आगे जानकारी देते हुए बतलाया कि आनॅलाइन खरीददारी करते समय थर्ड पार्टी एप्प से सावधान रहें। गूग्गल-पे, पेटीएम, फोनपे आदि के माध्यम से पैसों का लेनदेन करते समय धोखाधड़ी हो सकती है। इसलिए बैंक द्वारा जारी किए गए एप्प का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
ध्यान रहे कि जब भी आप किसी सस्ंथा या कम्पनी की वेबसाईट पर लिखे नम्बरों पर काॅल करते हो तो यह किसी भी साईबर अपराधी के हो सकते हैं, ऐसे नम्बरों पर काॅल करते समय सावधानी अनिवार्य है। साईबर ठग आमजन को घर बैठे हजारो व लाखों रूपये कमाने का झांसा देकर ठगी का शिकार बना सकते है। गूग्गल पर कम्पनियों का हैल्प लाईन नम्बर सर्च करने की बजाए सीधा कम्पनी की वैबसाईट पर जाकर नम्बर प्राप्त करके ही बात करें।
पुलिस अधीक्षक अम्बाला ने पुनः अपील करते हुए कहा कि थोड़ी सी सावधानी आपको ऐसे ठगों का शिकार होने से बचा सकती है। साईबर ठगी हो जाने पर तुरन्त हैल्पलाईन नम्बर 1930 पर कालॅ करें और नजदीकी पुलिस थाना में भी साईबर हैल्प डैस्क पर शिकायत दर्ज करवाऐं।