बेमौसम की बारिश ओलावृष्टि और तेज आंधी से न केवल किसानों की नींद उड़ी है बल्कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल भी गेहूं न आने से अनाज मंडीआ सुनी पड़ी है अमूमन इन दिनों अनाज मंडियों में गेहूं रखने तक की जगह नहीं होती थी लेकिन इस बार खराब हुई फसलों की वजह से अनाज मंडी में कहीं-कहीं गेहूं की ढेरियां दिखाती है ऐसे में किसानों को कितना नुकसान हुआ है
इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब तक रोहतक अनाज मंडी में 9000 क्विंटल के करीब गेहूं तो 15000 क्विंटल के करीब सरसों की ही खरीद हो पाई है जो पिछले साल की अपेक्षा काफी कम है यह नहीं मंडी के अधिकारियों ने किसानों को साफ-साफ यह भी बोल दिया है कि 12% से ज्यादा नमी के गेहूं व सरसों को किसी भी कीमत पर नहीं खरीदा जाएगा। अनाज मंडियों में गेहूं और सरसों की कम खरीद इसी बात का सबूत है कि किसानों को दे मौसमी बाद से काफी नुकसान हुआ है।
पिछले साल की अपेक्षा इस साल मंडियों में अनाज कमा रहा है उन्होंने बताया कि बेमौसम बारिश और खराब हुई फसलों का असर दिखाई दे रहा है देवेंद्र ढुल ने बताया कि अभी तक लगभग 9000 क्विंटल गेहूं तो 15000 क्विंटल सरसों की खरीद हो पाई है साथ ही उन्होंने किसानों से आग्रह भी किया है कि वह अपनी फसलों को सुखाकर मंडी में लेकर आए क्योंकि 12% से ज्यादा नमी वाली फसलों को किसी भी सूरत में नहीं खरीदा जाएगा।