हरियाणा इस बार 22.9 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की फसल की बुआई की गई है। हर साल सूबे में 45 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से ऊपर ही गेहूं की पैदावार होती है, लेकिन बारिश के चलते प्रति हेक्टेयर पांच से सात क्विंटल पैदावार घटने की कृषि विशेषज्ञों ने संभावना जताई है। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है।
हरियाणा सरकार की ओर से इस आशय के दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हरियाणा सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की स्पेशल गिरदावरी कराने का फैसला किया था।
मई महीने तक सरकार की तरफ से किसानों को खराब हुई फसल का मुआवजा देने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है।