पूर्व सीएम चौ.भूपेन्द्र सिंह हुड्डा द्वारा हरियाणा की सरकार को पोर्टल की सरकार बताए जाने के सवाल पर प्रदेश के निकाय मंत्री कमल गुप्ता शुक्रवार को तिलमिला उठे। इस सवाल का जवाब उन्होंने अपनी भृकूटी पैनाते हुए यह कहकर दिया कि नाच न जाने आंगन टेढ़ा। पोर्टल को कोसने से पहले भूपेन्द्र हुड्डा को यह बताना चाहिए कि पोर्टल में कमी क्या है।
उन्होंने हुड्डा के बयान को हास्यास्पद भी बताया और कहा कि आज का युग डिजिटलाईजेशन
का है। मीडिया द्वारा पोर्टल की वजह से प्रदेश के किसानों को परेशानी होने के बयान पर भी उन्होंने तपाक से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पोर्टल से उन्हीं किसानों को नुकसान हो रहा है जिन्हें हुड्डा सरकार एक-एक और दो-दो रूपए के चैक थमाती थी। मीडिया द्वारा इस सरकार में भी किसानों को सौ-सौ रूपए के चैक दिए जाने के सवाल का जवाब देते हुए निकाय मंत्री ने
कहा कि इस सरकार ने उतना मुआवजा किसानों को पहले एक ही साल में दे दिया था जितना मुआवजा कांग्रेस सरकार में उन्हें दस साल में मिला था।
प्रदेश व केन्द्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी झज्जर शहर की सड़कों की हालत खस्ताहाल होने के सवाल का जवाब देते हुए निकाय ंमंत्री ने कहा कि उन्होंने हिसार सहित अब तक प्रदेश के एक दर्जन जिलों का दौरा किया है। ड़कों पर पिछली सरकार की तुलना में इस सरकार ने ज्यादा काम किया है। सड़कों की तो बात छोड़ गलियों को भी वॉल टू वॉल पक्का किया गया है। मीडिया से बातचीत करने के दौरान निकाय मंत्री ने यह तो माना कि की
प्रापर्टी आईडी में खामियां है।