बहादुरगढ़ में जहरीली गैस की चपेट में आने से 4 लोगों की मौत का मामला सामने आए हैं हादसा बहादुरगढ़ के जाखोदा गांव में एक सेफ्टी टैंक में पाइप लगाते समय चिनाई मिस्त्री बेहोश हो गया।
जिसे बचाने के लिए घर का मालिक सेफ्टी टैंक में उतर गया वह भी बेहोश हो गया इन दोनों को बचाने के लिए दो अन्य व्यक्ति भी सेफ्टी टैंक में दाखिल हुए सभी को जहरीली गैस ने अपनी चपेट में ले लिया कई घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीण सभी को सेफ्टी टैंक से बाहर निकाल कर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मरने वालों में एक व्यक्ति बहादुरगढ़ के जसौर खेड़ी गांव का दो मध्यप्रदेश के और एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
मरने वालों की पहचान मूल रूप से बहादुरगढ़ के जसौर खेड़ी निवासी दीपक, मध्यप्रदेश के करारा निवासी चिनाई मिस्त्री महेंद्र, उत्तर प्रदेश के अमेठी निवासी मजदूर सतीश और मध्यप्रदेश के छत्तरपुर निवासी देशराज बताए जा रहे हैं। जसौर खेड़ी निवासी दीपक ने जाखोड़ा गांव में किराए के कमरे बना रखे हैं।
उसके घर में बने सेफ्टी टैंक में एक गैस पाइप लगाने का काम चल रहा था। पाइप लगाने के लिए जैसे ही महेंद्र नाम का चिनाई मिस्त्री सेफ्टी टैंक के अंदर दाखिल हुआ। तो वह जहरीली गैस की चपेट में आ गया और बेहोश हो गया।
महेंद्र को बचाने के लिए मकान मालिक दीपक भी सेफ्टी टैंक में उतर गया। गैस की वजह से वह भी बेहोश हो गया। दोनों की हालत को देखते हुए देशराज और सतीश नाम के दोनों प्रवासी मजदूर भी सेफ्टी टैंक में उतर गए। जहरीली गैस की वजह से वे भी बेहोश हो टैंक के अंदर गिर गए।
बाद में कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस चालक की मदद से सभी को बाहर निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने चारों लोगों को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए।
मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। ताकि यह पता चल सके कि आखिर कौन गैस की वजह से ही हादसा हुआ। फिलहाल चारों के शव को पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल के शव गृह में रखवाया गया है। मृतकों के परिजनों को भी हादसे की सूचना दी गई है। इस हादसे से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।