हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह कादयान ने लाठीचार्ज का आर्डर देने वाले अफसरों को किसी भी कीमत पर नहीं बख़्शने की चेतावनी दी है। रघुवीर सिंह कादयान का कहना है कि चुने हुए किसान, कर्मचारी और सरपंचों पर लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। रघुवीर सिंह कादयान का कहना है कि चाहे अधिकारी रिटायर हो जाए, या फिर मर जाएं। कब्र से खोदकर भी ऐसे अधिकारियों को बाहर निकाला जाएगा और लाठी चार्ज करने का हिसाब मांगा जाएगा। रघुवीर सिंह कादयान बहादुरगढ़ के रोहद गांव में कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करने पहुंचे थे।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधानसभा के पूर्व स्पीकर एवं बेरी विधानसभा से मौजूदा विधायक रघुवीर सिंह कादयान ने कहा कि बीजेपी सरकार महात्मा गांधी द्वारा 100 साल पहले दी गई फिलॉसफी के खिलाफ काम कर रही हैं। महात्मा गांधी ने कहा था कि अगर देश को मजबूत करना है तो गांव की पंचायतों को मजबूत करना होगा। लेकिन पिछले 2 साल के अंतराल में हरियाणा के गांवों में विकास कार्य बिल्कुल नहीं हुए और केंद्र सरकार द्वारा गांव के विकास के लिए प्रदान की गई 80% ग्रांट लेप्स हो गई। और अब सरकार ई टेंडरिंग प्रणाली लेकर आई है। जिसका सरपंच विरोध कर रहे हैं। रघुवीर सिंह कादयान का कहना है कि वे स्वयं भी ई टेंडरिंग प्रणाली के खिलाफ है।
रघुवीर सिंह कादयान का यह भी कहना है कि सरकार चुने हुए प्रतिनिधियों पर लाठी बरसा रही है। उनकी सरकार आने पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इतना ही नहीं उन्होंने सरपंचों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की है। रघुवीर सिंह कादयान का कहना है कि संवाद से समाधान निकल सकता है लेकिन बीजेपी सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में लगी हुई है। प्रदेश की बीजेपी सरकार लाठीचार्ज के बाद सरपंचों से संवाद करने की कोशिश कर रही है जो ठीक नहीं है।