आजादी अमृत महोत्सव की श्रृंखला में राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए देसी गाय की खरीद पर 25 हजार रुपए तक अनुदान देने और जीवामृत का घोल तैयार करने के लिए चार बड़े ड्रम किसानों को उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक खेती के साथ-साथ स्वदेशी गाय खरीदने में मदद मिलेगी।
देश में हरियाणा पहला राज्य है, जहां प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की पहल की गई है। प्राकृतिक खेती का मूल उद्देश्य खान-पान को बदलना है। प्राकृतिक खेती का प्रदर्शन प्लांट लगाने वाले किसानों के लिए पोर्टल बनाया जाएगा। इस पर जमीन की पूरी जानकारी देने के साथ-साथ किसान स्वेच्छा से फसल विविधीकरण अपनाने के बारे में जानकारी देंगे।
प्राकृतिक खेती के तहत किसी भी तरीके के कृषि रसायन या उर्वरक का प्रयोग नहीं किया जाता है, बल्कि इसकी पूरी प्रक्रिया प्राकृतिक संसाधनों पर ही निर्भर करती है। सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं।